15. जैसे जोंक की दो बेछियां होती हैं, जो कहती हैं दे, दे, वैसे ही तीन वस्तुएं हैं, जो तृप्त नहीं होतीं; वरन चार हैं, जो कभी नहीं कहतीं, बस।
15. The horseleech hath two daughters, crying, 'Give, give!' There are three things that are never satisfied, yea, four things that say not, 'It is enough':