9. चाहे बैल, चाहे गदहे, चाहे भेड़ वा बकरी, चाहे वस्त्रा, चाहे किसी प्रकार की ऐसी खोई हुई वस्तु के विषय अपराध क्यों न लगाया जाय, जिसे दो जन अपनी अपनी कहते हों, तो दोनों का मुक मा परमेश्वर के पास आए; और जिसको परमेश्वर दोषी ठहराए वह दूसरे को दूना भर दे।।
9. সর্ব্বপ্রকার অপরাধের বিষয়ে, অর্থাৎ গোরু কিম্বা গর্দ্দভ কিম্বা মেষ কিম্বা বস্ত্র, বা কোন হারাণ বস্তুর বিষয়ে যদি কেহ বলে, এ সেই দ্রব্য, তবে উভয়ের কথা ঈশ্বরের নিকটে উপস্থিত হইবে; ঈশ্বর যাহাকে দোষী করিবেন, সে আপন প্রতিবাসীকে তাহার দ্বিগুণ দিবে।