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1. हे परमेश्वर, तू ने हमें क्यों सदा के लिये छोड़ दिया है? तेरी कोपाग्नि का धुआं तेरी चराई की भेंड़ों के विरूद्ध क्यों उठ रहा है?
1. The title of the thre and seuentithe salm. The lernyng of Asaph. God, whi hast thou put awei in to the ende; thi strong veniaunce is wrooth on the scheep of thi leesewe?
2. अपनी मण्डली को जिसे तू ने प्राचीनकाल में मोल लिया था, और अपने निज भाग का गोत्रा होने के लिये छुड़ा लिया था, और इस सिरयोन पर्वत को भी, जिस पर तू ने वास किया था, स्मारण कर!प्रेरितों के काम 20:28
2. Be thou myndeful of thi gadering togidere; which thou haddist in possessioun fro the bigynnyng. Thou ayenbouytist the yerde of thin eritage; the hille of Syon in which thou dwellidist ther ynne.
3. अपने डग सनातन की खंडहर की ओर बढ़ा; अर्थात् उन सब बुराइयों की ओर जो शत्राृ ने पवित्रास्थान में किए हैं।।
3. Reise thin hondis in to the prides of hem; hou grete thingis the enemy dide wickidli in the hooli.
4. तेरे द्रोही तेरे सभास्थान के बीच गरजते रहे हैं; उन्हों ने अपनी ही ध्वजाओं को चिन्ह ठहराया है। वे उन मनुष्यों के समान थे
4. And thei that hatiden thee; hadden glorie in the myddis of thi solempnete.
5. जो घने वन के पेड़ों पर कुल्हाड़े चलाते हैं।
5. Thei settiden her signes, `ethir baneris, signes on the hiyeste, as in the outgoing; and thei knewen not.
6. और अब वे उस भवन की नक्काशी को, कुल्हाडियों और हथौड़ों से बिलकुल तोड़े डालते हैं।
6. As in a wode of trees thei heweden doun with axis the yatis therof in to it silf; thei castiden doun it with an ax, and a brood fallinge ax.
7. उन्हों ने तेरे पवित्रास्थान को आग में झोंक दिया है, और तेरे नाम के निवास को गिराकर अशुद्ध कर डाला है।
7. Thei brenten with fier thi seyntuarie; thei defouliden the tabernacle of thi name in erthe.
8. उन्हों ने मन में कहा है कि हम इनको एकदक दबा दें; उन्हों ने इस देश में ईश्वर के सब सभास्थानों कों फूंक दिया है।।
8. The kynrede of hem seiden togidere in her herte; Make we alle the feest daies of God to ceesse fro the erthe.
9. हम को हमारे निशान नहीं देख पड़ते; अब कोई नबी नहीं रहा, न हमारे बीच कोई जानता है कि कब तक यह दशा रहेगी।
9. We han not seyn oure signes, now `no profete is; and he schal no more knowe vs.
10. हे परमेश्वर द्रोही कब तक नामधराई करता रहेगा? क्या शत्रु, तेरे नाम की निन्दा सदा करता रहेगा?
10. God, hou long schal the enemye seie dispit? the aduersarie territh to ire thi name in to the ende.
11. तू अपना दहिना हाथ क्यों रोके रहता है? उसे अपने पांजर से निकाल कर उनका अन्त कर दे।।
11. Whi turnest thou awei thin hoond, and `to drawe out thi riythond fro the myddis of thi bosum, til in to the ende?
12. परमेश्वर तो प्राचीनकाल से मेरा राजा है, वह पृथ्वी पर उद्धार के काम करता आया है।
12. Forsothe God oure kyng bifore worldis; wrouyte heelthe in the mydis of erthe.
13. तू ने अपनी शक्ति से समुद्र को दो भाग कर दिया; तू ने जल में मगरमच्छों के सिरों को फोड़ दिया।
13. Thou madist sad the see bi thi vertu; thou hast troblid the heedis of dragouns in watris.
14. तू ने तो लिव्यातानों के सिर टुकड़े टुकड़े करके जंगली जन्तुओं को खिला दिए।
14. Thou hast broke the heedis of `the dragoun; thou hast youe hym to mete to the puplis of Ethiopiens.
15. तू ने तो सोता खोलकर जल की धारा बहाई, तू ने तो बारहमासी नदियों को सुखा डाला।
15. Thou hast broke wellis, and strondis; thou madist drie the flodis of Ethan.
16. दिन तेरा है रात भी तेरी है; सूर्य और चन्द्रमा को तू ने स्थिर किया है।
16. The dai is thin, and the niyt is thin; thou madist the moreutid and the sunne.
17. तू ने तो पृथ्वी के सब सिवानों को ठहराया; धूपकाल और जाड़ा दोनों तू ने ठहराए हैं।।
17. Thou madist alle the endis of erthe; somer and veer tyme, thou fourmedist tho.
18. हे यहोवा स्मरण कर, कि शत्रु ने नामधराई ही है, और मूढ़ लोगों ने तेरे नाम की निन्दा की है।
18. Be thou myndeful of this thing, the enemye hath seid schenschip to the Lord; and the vnwijs puple hath excitid to ire thi name.
19. अपनी पिण्डुकी के प्राण को वनपशु के वश में न कर; अपने दी जनों को सदा के लिये न भूल
19. Bitake thou not to beestis men knoulechenge to thee; and foryete thou not in to the ende the soulis of thi pore men.
20. अपनी वाचा की सुधि ले; क्योंकि देश के अन्धेरे स्थान अत्याचार के घरों से भरपूर हैं।
20. Biholde in to thi testament; for thei that ben maad derk of erthe, ben fillid with the housis of wickidnessis.
21. पिसे हुए जन को निरादर होकर लौटना न पड़े; दीन दरिद्र लोग तेरे नाम की स्तुति करने पाएं।।
21. A meke man be not turned awei maad aschamed; a pore man and nedi schulen herie thi name.
22. हे परमेश्वर उठ, अपना मुक मा आप ही लड़; तेरी जो नामधराई मूढ़ से दिन भर होती रहती है, उसे स्मरण कर।
22. God, rise vp, deme thou thi cause; be thou myndeful of thin vpbreidyngis, of tho that ben al dai of the vnwise man.
23. अपने द्रोहियों का बड़ा बोल न भूल, तेरे विरोधियों को कोलाहल तो निरन्तर उठता रहता है।
23. Foryete thou not the voices of thin enemyes; the pride of hem that haten thee, stieth euere.