5. क्योंकि उसका क्रोध, तो क्षण भर का होता है, परन्तु उसकी प्रसन्नता जीवन भर की होती है। कदाचित् रात को रोना पड़े, परन्तु सबेरे आनन्द पहुंचेगा।।
5. For there is, a Moment, in his anger, a Life-time, in his good-pleasure, In the evening, cometh Weeping to lodge, But, by the morning, 'tis a Shout of Triumph!