2 Chronicles - 2 इतिहास 5 | View All

1. इस प्रकार सुलैमान ने यहोवा के भवन के लिये जो जो काम बनवाया वह सब निपट गया। तब सुलैमान ने अपने पिता दाऊद के पवित्रा किए हुए सोने, चान्दी और सब पात्रों को भीतर पहुंचाकर परमेश्वर के भवन के भएडारों में रखवा दिया।
प्रेरितों के काम 7:47

1. এইরূপে সদাপ্রভুর গৃহের জন্য শলোমনের কৃত সমস্ত কার্য্য সম্পন্ন হইল। আর শলোমন আপন পিতা দায়ূদের পবিত্রীকৃত দ্রব্য সকল অর্থাৎ রৌপ্য, স্বর্ণ ও সকল পাত্র আনাইয়া ঈশ্বরের গৃহস্থিত ভাণ্ডারে রাখিলেন।

2. तब सुलैमान ने इस्राएल के पुरनियों को और गोत्रों के सब मुखय पुरूष, जो इस्राएलियों के पितरों के घरानों के प्रधान थे, उनको भी यरूशलेम में इस मनसा से इकट्ठा किया, कि वे यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊदपुर से अर्थात् सिरयोन से ऊपर लिवा ले आएं।

2. পরে শলোমন দায়ূদ-নগর অর্থাৎ সিয়োন হইতে সদাপ্রভুর নিয়ম-সিন্দুক উঠাইয়া আনিবার জন্য ইস্রায়েলের প্রাচীনগণকে ও সমস্ত বংশপতিকে, অর্থাৎ ইস্রায়েল-সন্তানগণের পিতৃকুলাধ্যক্ষদিগকে, যিরূশালেমে একত্র করিলেন।

3. सब इस्राएली पुरूष सातवें महीने के पर्व के समय राजा के पास इकट्ठे हुए।

3. তাহাতে সপ্তম মাসে, উৎসব সময়ে ইস্রায়েলের সমস্ত লোক রাজার নিকটে একত্র হইল।

4. जब इस्राएल के सब पुरनिये आए, तब लेवियों ने सन्दूक को उठा लिया।

4. পরে ইস্রায়েলের সমস্ত প্রাচীনবর্গ উপস্থিত হইলে লেবীয়েরা সিন্দুকটী উঠাইল।

5. और लेवीय याजक सन्दूक और मिलाप का तम्बू और जितने पवित्रा पात्रा उस तम्बू में थे उन सभों को ऊपर ले गए।

5. আর তাহারা সিন্দুক, সমাগম-তাম্বু ও তাম্বুর মধ্যস্থিত সমস্ত পবিত্র পাত্র উঠাইয়া আনিল; লেবীয় যাজকগণ এই সকল উঠাইয়া আনিল।

6. और राजा सुलैमान और सब इस्राएली मण्डली के लोग जो उसके पास इकट्ठे हुए थे, उन्हों ने सन्दूक के साम्हने इतनी भेड़ और बैल बलि किए, जिनकी गिनती और हिसाब बहुतायत के कारण न हो सकती थी।

6. আর শলোমন রাজা এবং তাঁহার কাছে সমাগত সমস্ত ইস্রায়েল-মণ্ডলী সিন্দুকের সম্মুখে থাকিয়া অনেক মেষ ও গো বলিদান করিলেন, সে সমস্ত বাহুল্য প্রযুক্ত অসংখ্য ও অগণ্য ছিল।

7. तब याजकों ने यहोवा की वाचा का सनदूक उसके स्थान में, अर्थात् भवन की भीतरी कोठरी में जो परमपवित्रा स्थान है, पहंचाकर, करूबों के पंखों के तले रख दिया।
प्रकाशितवाक्य 11:19

7. পরে যাজকেরা সদাপ্রভুর নিয়ম-সিন্দুক লইয়া গিয়া স্বস্থানে, গৃহের অন্তগৃহে, মহাপবিত্র স্থানে, দুই করূবের পক্ষের নীচে স্থাপন করিল।

8. सन्दूक के स्थान के ऊपर करूब तो पंख फैलाए हुए थे, जिससे वे ऊपर से सन्दूक और उसके डणडों को ढांपे थे।

8. করূব দুইটী সিন্দুকের স্থানের উপরে পক্ষ বিস্তার করিয়া রহিল, আর ঊর্দ্ধে করূবেরা সিন্দুক ও তাহার দুই বহন-দণ্ড আচ্ছাদন করিয়া রহিল।

9. डणडे तो इतने लम्बे थे, कि उनके सिरे सन्दूक से निकले हुए भीतरी कोठरी के साम्हने देख पड़ते थे, परन्तु बाहर से वे दिखई न पड़ते थे। वे आज के दिन तक वहीं हैं।

9. সেই দুই বহন-দণ্ড এমন লম্বা ছিল যে, তাহার অগ্রভাগ সিন্দুকের অগ্রে অন্তর্গৃহের সম্মুখে দৃষ্ট হইত, তথাপি তাহা বাহিরে দৃষ্ট হইত না; অদ্য পর্য্যন্ত তাহা সেই স্থানে আছে।

10. सन्दूक में पत्थ्र की उन दो पटियाओं को छोड़ कुछ न था, जिन्हें मूसा ने होरेब में उसके भीतर उस समय रखा, जब यहोवा ने इस्राएलियों के मिस्र से निकलने के बाद उनके साथ वाचा बान्धी थी।

10. সিন্দুকের মধ্যে আর কিছু ছিল না, কেবল সেই দুইখানা প্রস্তর-ফলক ছিল, যাহা মোশি হোরেবে তাহার মধ্যে রাখিয়াছিলেন; সেই সময়ে, মিসর হইতে ইস্রায়েল-সন্তানগণের বাহির হইয়া আসিবার পর, সদাপ্রভু তাহাদের সহিত নিয়ম করিয়াছিলেন।

11. जब याजक पवित्रास्थान से निकले ( जितने याजक उपस्थित थे, उन सभों ने तो अपने अपने को पवित्रा किया था, और अलग अलग दलों में होकर सेवा न करते थे;

11. বাস্তবিক যাজকগণ পবিত্র স্থান হইতে বাহির হইল, তথায় উপস্থিত যাজকেরা সকলেই আপনাদিগকে পবিত্র করিয়াছিল, তাহাদিগকে আপন আপন পালা রক্ষা করিতে হইল না;

12. और जितने लेवीय गवैये थे, वे सब के सब अर्थात् मुत्रों और भइयों समेत आसाप, हेमान और यदूतून सन के वस्त्रा पहिने झांझ, सारंगियां और वीणाएं लिये हुए, वेदी के पूर्व अलंग में खड़े थे, और उनके साथ एक सौ बीस याजक तुरहियां बजा रहे थे।)

12. এবং গায়ক লেবীয়েরা সকলে, আসফ, হেমন, যিদূথূন ও তাঁহাদের পুত্রগণ ও ভ্রাতৃগণ, মসীনাবস্ত্র পরিহিত হইয়া, এবং করতাল, নেবল ও বীণা সহকারে যজ্ঞবেদির পূর্ব্বপ্রান্তে দণ্ডায়মান রহিল, এবং তূরীবাদক এক শত বিংশতি জন যাজক তাহাদের সঙ্গে ছিল।

13. तो जब तुरहियां बजानेवाले और गानेवाले एक स्वर से यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे, और तुरहियां, झांझ आदि बाजे बजाते हुए यहोवा की यह स्तुति ऊंचे शब्द से करने लगे, कि वह भला है और उसकी करूणा सदा की है, तब यहोवा के भवन मे बादल छा गया,
प्रकाशितवाक्य 15:8

13. সেই তূরীবাদকেরা ও গায়কেরা সকলে একরবে সদাপ্রভুর প্রশংসা ও স্তব করিবার জন্য এক ব্যক্তির ন্যায় উপস্থিত ছিল; এবং যখন তাহারা তূরী ও করতালাদি বাদ্যের সহিত মহাশব্দ করিয়া ‘তিনি মঙ্গলময়, হাঁ, তাঁহার দয়া অনন্তকালস্থায়ী,’ এই কথা বলিয়া সদাপ্রভুর প্রশংসা করিল, তৎকালে গৃহ,

14. और बादल के कारण याजक लोग सेवा- टहल करने को खड़े न रह सके, क्योंकि यहोवा का तेज परमेश्वर के भवन में भर गया था।

14. সদাপ্রভুর গৃহ মেঘে এমন পরিপূর্ণ হইল যে, মেঘ প্রযুক্ত যাজকেরা পরিচর্য্যা করিবার জন্য দাঁড়াইতে পারিল না; কেননা ঈশ্বরের গৃহ সদাপ্রভুর প্রতাপে পরিপূর্ণ হইয়াছিল।



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