15. अब हिजकिरयाह तुम को इस रीति भुलाने अथवा बहकाने न पाए, और तुम उसकी प्रतीति न करो, क्योंकि किसी जाति या राज्य का कोई देवता अपनी प्रजा को न तो मेरे हाथ से और न मेरे पुरखाओं के हाथ से बचा सका। यह निश्चय है कि तुम्हारा देवता तुम को मेरे हाथ से नहीं बचा सकेगा।
15. Now, therefore, do not let Hezekiah beguile you nor persuade you thus, neither do ye believe him. For no, god, of any nation or kingdom hath ever been able to deliver his people out of my hand, or out of the hand of my fathers, how much less shall, your gods, deliver you, out of my hand?