27. और हिजकिरयाह को बहुत ही धन और विभव मिला; और उस ने चान्दी, सोने, मणियों, सुगन्धद्रव्य, ढालों और सब प्रकार के मनभावने पात्रों के लिये भणडार बनवाए।
27. Hezekiah had very great riches and honor; and he made for himself treasuries for silver, for gold, for precious stones, for spices, for shields, and for all kinds of costly objects;