8. जब आसा ने ये वचन और ओदेद नबी की नबूवत सुनी, तब उस ने हियाब बान्धकर यहूदा और बिन्यामीन के सारे देश में से, और उन नगरों में से भी जो उस ने एप्रैम के पहाड़ी देश में ले लिये थे, सब घिनौनी वस्तुएं दूर कीं, और यहोवा की जो वेदी यहोवा के ओसारे के साम्हने थी, उसको नये सिरे से बनाया।
8. And when Asa had heard the words, and the prophecy of Azarias the son of Oded the prophet, he took courage, and took away the idols out of all the land of Juda, and out of Benjamin, and out of the cities of mount Ephraim, which he had taken, and he dedicated the altar of the Lord, which was before the porch of the Lord.