1 Chronicles - 1 इतिहास 11 | View All

1. तब सब इस्राएली दाऊद के पास हेब्रोन में इकट्ठे होकर कहने लगे, सुन, हम लोग और तू एक ही हड्डी और मांस हैं।

1. THEN [after the death of Ish-bosheth, Saul's son, who ruled over eleven tribes of Israel for two troubled years after Saul's death] all Israel gathered at Hebron and said to David, Behold, we are your bone and your flesh. [II Sam. 2:8-10.]

2. अगले दिनों में जब शाऊल राजा था, तब भी इस्राएलियों का अगुआ तू ही था, और तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझ से कहा, कि मेरी प्रजा इस्राएल का चरवाहा, और मेरी प्रजा इस्राएल का प्रधान, तू ही होगा।

2. In times past, even when Saul was king, it was you who led out and brought in Israel; and the Lord your God said to you, You shall be shepherd of My people Israel, and you shall be prince and leader over [them].

3. इसलिये सब इस्राएली पुरनिये हेब्रोन में राजा के पास अए, और दाऊद ने उनके साथ हेब्रोन में यहोवा के साम्हने वाचा बान्धी; और उन्हों ने यहोवा के वचन के अनुसार, जो उस ने शमूएल से कहा था, इस्राएल का राजा होने के लिये दाऊद का अभिषेक किया।

3. So all the elders of Israel came to the king at Hebron, and David made a covenant with them there before the Lord, and they anointed [him] king over Israel, according to the word of the Lord through Samuel. [I Sam. 16:1, 12, 13.]

4. तब सब इस्राएलियों समेत दाऊद यरूशलेम गया, जो यबूस भी कहलाता था, और वहां यबूसी नाम उस देश के निवासी रहते थे।

4. And David and all Israel went to Jerusalem, that is Jebus, where the Jebusites, the inhabitants of the land, were.

5. तब यबूस के निवासियों ने दाऊद से कहा, तू यहां आने नहीं पाएगा। तौभी दाऊद ने सिरयोन नाम गढ़ को ले लिया, वही दाऊदपुर भी कहलाता है।

5. Then the Jebusites said to David, You shall not come in here! But David took the stronghold of Zion, that is, the City of David.

6. और दाऊद ने कहा, जो कोई यबूसियों को सब से पहिले मारेगा, वह मुख्य सेनापति होगा, तब सरूयाह का पुत्रा योआब सब से पहिले चढ़ गया, और सेनापति बन गया।

6. And David said, Whoever smites the Jebusites first shall be chief and commander. Joab son of Zeruiah [David's half sister] went up first, and so he was made chief.

7. और दाऊद उस गढ़ में रहने लगा, इसलिये उसका नाम दाऊदपुर पड़ा।

7. David dwelt in the stronghold; so it was called the City of David.

8. और उस ने नगर के चारों ओर, अर्थात् मिल्लो से लेकर चारों ओर शहरपनाश् बनवाई, और योआब ने शेष नगर के खष्डहरों को फिर बसाया।

8. He built the city from the Millo [a fortification] on around; and Joab repaired and revived the rest of the [old Jebusite] city.

9. और दाऊद की प्रतिष्ठा अधिक बढ़ती गई और सेनाओं का यहोवा उसके संग था।

9. And David became greater and greater, for the Lord of hosts was with him.

10. यहोवा ने इस्राएल के विष्य जो वचन कहा था, उसके अनुसार दाऊद के जिन शूरवीरों ने सब इस्राएलियों समेत उसके राज्य में उसके पक्ष में होकर, उसे राजा बनाने को ज़ोर दिया, उन में से मुख्य पुरूष ये हैं।

10. Now these are the chiefs of David's mighty men, who strongly supported him in his kingdom, together with all Israel, to make him king, according to the word of the Lord concerning Israel.

11. दाऊद के शूरवीरों की नामावली यह है, अर्थात् किसी हक्मोनी का पुत्रा याशोबाम जो तीसों में मुखय थ, उस ने तीन सै पुरूषों पर भाला चला कर, उन्हें एक ही समय में मार डाला।

11. And this is the number [thirty, and list] of David's mighty men: Jashobeam, a Hachmonite, the chief of the Thirty [captains]. He lifted up his spear against 300, whom he slew at one time.

12. उसके बाद अहोही दोदो का पुत्रा एलीआज़र जो तीनों महान वीरों में से एक था।

12. Next to him in rank was Eleazar son of Dodo the Ahohite, one of the three mighty men.

13. वह पसदम्मीम में जहां जव का एक खेत था, दाऊद के संग रहा जब पलिश्ती वहां युठ्ठ करने को इट्ठे हुए थे, और लोग पलिश्तियों के साम्हने से भाग गए।

13. He was with David at Pas-dammim [where David had long before slain Goliath], and there the Philistines were gathered for battle, where there was a plot of ground full of barley or lentils; and the men [of Israel] fled before the Philistines.

14. तब उन्हों ने उस खेत के बीच में खड़े होकर उसकी रक्षा की, और पलिश्तियों को मारा, और यहोवा ने उनका बड़ा उठ्ठार किया।

14. And Eleazar [one of the Three] stood in the midst of that plot and defended it and slew the Philistines [until his hand was weary, and his hand cleaved to the sword], and the Lord saved by a great victory and deliverance. [II Sam. 23:9, 10.]

15. और तीसों मुख्य पुरूषों में से तीन दाऊद के पास चट्टान को, अर्थात् अदुल्लाम नाम गुफा में गए, और पलिश्तियों की छावन रपाईम नाम तराई में पड़ी इई थी।

15. Three of the thirty chief men went down to the rock to David, into the cave of Adullam, and the army of the Philistines was encamped in the Valley of Rephaim.

16. उस समय दाऊद गढ़ में था, और उस समय पलिश्तियों की एक चौकी बेतलेहेम में थी।

16. David was then in the stronghold, and the Philistines' garrison was in Bethlehem.

17. तब दाऊद ने बड़ी अभिलाषा के साथ कहा, कौन मुझे बेतलेहेम के फाटक के पास के कुएं का पानी पिलाएगा।

17. And David longingly said, Oh, that someone would give me water to drink from the well of Bethlehem which is by the gate!

18. तब वे तीनों जन पलिश्तियों की छावनी में टूट पड़े और बेतलेहेम के फाटक के कुएं से पानी भरकर दाऊद के पास ले आए; परन्तु दाऊद ने पीने से इनकार किया और यहोवा के साम्हने अर्ध करके उण्डेला।

18. Then the Three [mighty men] broke through the camp of the Philistines and drew water out of the well of Bethlehem which was by the gate and brought it to David. But David would not drink it; he poured it out to the Lord,

19. और उस ने कहा, मेरा परमेश्वर मुझ से ऐसा करना दूर रखे; क्या मैं इन मनुष्यों का लोहू पीऊं जिन्हों ने अपने प्राणों पर खेला है? ये तो अपने प्राण पर खेलकर उसे ले आए हैं। इसलिये उस ने वह पानी पीने से इनकार किया। इन तीन वीरों ने ये ही काम किए।

19. And said, My God forbid that I should do this thing. Shall I drink the blood of these men who have put their lives in jeopardy? For at the risk of their lives they brought it. So he would not drink it. These things did these three mighty men.

20. और अबीशै जो योआब का भाई था, वह तीनों में मुख्य था। और उस ने अपना भाला चलाकर तीन सौ को मार डाला और तीनों में नामी हो गया।

20. Abishai the brother of Joab was chief of the Three. For he lifted up his spear against 300 and slew them, and was named among the Three.

21. दूसरी श्रेणी के तीनों में वह अधिक प्रतिष्ठित था, और उनका प्रधान हो गया, परन्तु मुख्य तीनों का पद को न पहुंचा।

21. Of the Three [in the second rank] he was more renowned than the two, and became their captain; however, he attained not to the first three.

22. यहोयादा का पुत्रा बनायाह था, जो कबजेल के एक वीर का पुत्रा था, जिस ने बड़े बड़े काम किए थे, उस ने सिंह समान दो मोआबियों को मार डाला, और हिमऋतु में उस ने एक गड़हे में उतर के एक सिंह को मार डाला।

22. Benaiah son of Jehoiada, whose father was a valiant man of Kabzeel, had done mighty deeds. He slew the two sons of Ariel of Moab. Also he went down and slew a lion in a pit in time of snow.

23. फिर उस ने एक डीलवाले अर्थात् पांच हाथ लम्बे मिस्री पुरूष को मार डाला, वह मिस्री हाथ में जुलाहों का ढेका का एक भाला लिए हुए था, परन्तु बनायाह एक लाठी ही लिए हुए उसके पास गया, और मिस्री के हाथ से भाले को छीनकर उसी के भाले से उसे घात किया।

23. He slew an Egyptian also, a man of great stature, five cubits tall. The Egyptian held a spear like a weaver's beam, and [Benaiah] went to him with a staff and plucked the spear out of the Egyptian's hand and slew him with the man's own spear.

24. ऐसे ऐसे काम करके यहोयादा का पुत्रा बनायाह उन तीनों वीरों मे नामी हो गया।

24. These things did Benaiah son of Jehoiada, and won a name beside the three mighty men.

25. वह तो तीसों से अधिक प्रतिष्ठित था, परन्तु मुख्य तीनों के पद को न पहुंचा। उसको दाऊद ने अपनी निज सभा में सभासद किया।

25. He was renowned among the Thirty, but he did not attain to the rank of the first three. David put him over his guard and council.

26. फिर दलों के वीर ये थे, अर्थात् योआब का भाई असाहेल, बेतलेहेमी दोदो का पुत्रा एल्हानान।

26. Also the mighty men of the armies were: Asahel the brother of Joab, Elhanan son of Dodo of Bethlehem,

27. हरोरी शम्मोत, पलोनी हेलेस।

27. Shammoth of Harod, Helez the Pelonite,

28. तकोई इक्केश का पुत्रा ईरा, अनातोती अबीएजेर।

28. Ira son of Ikkesh of Tekoa, Abiezer of Anathoth,

29. सिब्बके होसाती, अहोही ईलै।

29. Sibbecai the Hushathite, Ilai the Ahohite,

30. महरै नतोपाई, एक और नतोपाई बाना का पुत्रा हेलेद।

30. Maharai of Netophah, Heled son of Baanah of Netophah,

31. बिन्यामीनियों के गिबा नगरवासी रीबै का पुत्रा इतै, पिरातोनी बनायाह।

31. Ithai son of Ribai of Gibeah of the Benjamites, Benaiah of Pirathon,

32. गाशके नालों के पास रहनेवाला हूरै, अराबावासी अबीएल।

32. Hurai of the brooks of Gaash, Abiel the Arbathite,

33. बहूरीमी अजमावेत, शल्बोनी एल्यहबा।

33. Azmaveth of Baharum, Eliahba of Shaalbon,

34. गीजोई हाशेम के पुत्रा, फिर हरारी शागे का पुत्रा योनातान।

34. The sons of Hashem the Gizonite, Jonathan son of Shagee the Hararite,

35. हरारी सकार का पुत्रा अहीआम, ऊर का पुत्रा एलीपाल।

35. Ahiam son of Sacar the Hararite, Eliphal son of Ur,

36. मकेराई हेपेर, पलोनी अहिरयाह।

36. Hepher the Mecherathite, Ahijah the Pelonite,

37. कर्मेली हेस्रो, एज्बै का पुत्रा नारै।

37. Hezro of Carmel, Naarai son of Ezbai,

38. नातान का भाई योएल, हग्री का पुत्रा मिभार।

38. Joel the brother of Nathan, Mibhar son of Hagri,

39. मम्मोनी सेलेक, बेरोती नहरै जो सरूयाह के पुत्रा योआब का हथियार ढोनेवाला था।

39. Zelek the Ammonite, Naharai the Berothite, the armor-bearer of Joab son of Zeruiah [David's half sister],

40. येतेरी ईरा और गारेब।

40. Ira the Ithrite, Gareb the Ithrite,

41. हित्ती ऊरिरयाह, अहलै का पुत्रा जाबाद।

41. Uriah the Hittite [Bathsheba's husband], Zabad son of Ahlai,

42. तीस पुरूषों समेत रूबेनी शीजा का पुत्रा अदीना जो रूबेनियों का मुखिया था।

42. Adina son of Shiza, a leader of the Reubenites, and thirty heroes with him,

43. माका का पुत्रा हानान, मेतेनी योशापात।

43. Hanan son of Maacah, and Joshaphat the Mithnite,

44. अशतारोती उज्जिरयाह, अरोएरी होताम के पुत्रा शामा और यीएल।

44. Uzzia the Ashterathite, Shama and Jeiel the sons of Hotham the Aroerite,

45. शिम्री का पुत्रा यदीएल और उसका भाई तीसी, योहा।

45. Jediael son of Shimri, and Joha his brother, the Tizite,

46. महवीमी एलीएल, एलनाम के पुत्रा यरीबै और योशरयाह,

46. Eliel the Mahavite, Jeribai and Joshaviah sons of Elnaam, Ithmah the Moabite,

47. मोआबी यित्मा, एलीएल, ओबेद और मसोबाई यासीएल।

47. Eliel, Obed, and Jaasiel the Mezobaite.



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