9. तब हजाएल भेंट के लिये दमिश्क की सब उत्तम उत्तम वस्तुओं से चालीस ऊंट लदवाकर, उस से मिलने को चला, और उसके सम्मुख खड़ा होकर कहने लगा, तेरे पुत्रा अराम के राजा बेन्हदद ने मुझे तुझ से यह पूछने को भेजा है, कि क्या मैं जो रोगी हूँ तो बचूंगा कि नहीं?
9. And so Hazael went to meete him, and toke the present with him, and of euery good thing of Damascon, euen as much as fourtie camels coulde beare: & came and presented him selfe before him, and said: Thy sonne Benhadad king of Syria hath sent me to thee, saying: Shal I recouer of this disease?