4. और धनी के पास एक बटोही आया, और उस ने उस बटोही के लिये, जो उसके पास आया था, भोजत बनवाने को अपनी भेड़- बकरियों वा गाय बैलों में से कुछ न लिया, परन्तु उस निर्धन मनुष्य की भेड़ की बच्ची लेकर उस जन के लिये, जो उसके पास आया था, भोजन बनवाया।
4. পরে ঐ ধনবানের গৃহে এক জন পথিক আসিল, তাহাতে বাটীতে আগত অতিথির জন্য পাক করণার্থে সে আপন মেষাদি পাল ও গোপাল হইতে কিছু লইতে কাতর হইল, কিন্তু সেই দরিদ্রের মেষবৎসাটী লইয়া, যে অতিথি আসিয়াছিল, তাহার জন্য তাহাই পাক করিল।