30. तब याकूब ने शिमोन और लेवी से कहा, तुम ने जो उस देश के निवासी कनानियों और परिज्जियों के मन में मेरी ओर घृणा उत्पन्न कराई है, इस से तुम ने मुझे संकट में डाला है, क्योंकि मेरे साथ तो थोड़े की लोग हैं, सो अब वे इकट्ठे होकर मुझ पर चढ़ेंगे, और मुझे मार डालेंगे, सो मैं अपने घराने समेत सत्यानाश हो जाऊंगा।
30. Ya`akov said to Shim`on and Levi, 'You have troubled me, to make me odious to the inhabitants of the land, among the Kana`anim and the Perizzi. I am few in number. They will gather themselves together against me and strike me, and I will be destroyed, I and my house.'