21. कि वे मनुष्य तो हमारे संग मेल से रहना चाहते हैं; सो उन्हें इस देश में रहके लेनदेन करने दो; देखो, यह देश उनके लिये भी बहुत है; फिर हम लोग उनकी बेटियों को ब्याह लें, और अपनी बेटियों को उन्हें दिया करें।
21. As for these men, in peace, they are with us let them therefore dwell in the land and go through it, for, the land, lo! it is roomy on both hands before them, their daughters, let us take to us for wives, and our daughters, let us give to them.