5. तब मैदान का कोई पौधा भूमि पर न था, और न मैदान का कोई छोटा पेड़ उगा था, क्योंकि यहोवा परमेश्वर ने पृथ्वी पर जल नहीं बरसाया था, और भूमि पर खेती करने के लिये मनुष्य भी नहीं था;
5. Now, no bush of the field, as yet was in the earth, and, no herb of the field, as yet had sprung up, because Yahweh God had not sent rain on the earth, and, man, was there none to till the ground;