2. हे मेरे प्रभुओं, अपने दास के घर में पधारिए, और रात भर विश्राम कीजिए, और अपने पांव धोइये, फिर भोर को उठकर अपने मार्ग पर जाइए। उन्हों ने कहा, नहीं; हम चौक ही में रात बिताएंगे।
2. And he said, 'Here now, my lords, please turn in to your servant's house and spend the night, and wash your feet; then you may rise early and go on your way.' And they said, 'No, but we will spend the night in the open square.'