19. देख, तेरे दास पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि हुई है, और तू ने इस में बड़ी कृपा दिखाई, कि मेरे प्राण को बचाया है; पर मैं पहाड़ पर भाग नहीं सकता, कहीं ऐसा न हो, कि कोई विपत्ति मुझ पर आ पड़े, और मैं मर जाऊं :
19. beholde, in as moch as thy seruaut hath founde grace in thy sight, now make ye mercy greate, which thou hast shewed vnto me, in that thou sauest my soule alyue. I can not saue my self vpon the mountayne. There might some mysfortune fall vpon me, that I shulde dye.