6. तब आकीश ने दाऊद को बुलाकर उस से कहा, यहोवा के जीवन की शपथ तू तो सीधा है, और सेना में तेरा मेरे संग आना जाना भी मुझे भावता है; क्योंकि जब से तू मेरे पास आया तब से लेकर आज तक मैं ने तो तुझ में कोई बुराई नहीं पाई। तौभी सरदार लोग तुझे नहीं चाहते।
6. And Achish calleth unto David, and saith unto him, 'Jehovah liveth, surely thou [art] upright, and good in mine eyes is thy going out, and thy coming in, with me in the camp, for I have not found in thee evil from the day of thy coming in unto me till this day; and in the eyes of the princes thou art not good;