12. और वह उसको टुकडे टुकडे करे, और सिर और चरबी को अलग करे, और याजक इन सब को उस लकड़ी पर सजाकर धरे जो वेदी की आग पर होगी;
12. Next, the one presenting the offering must cut it into parts, with its head and its suet, and the priest must arrange them on the wood which is in the fire, on the altar.