24. इस कारण जैसे अग्नि की लौ से खूंटी भस्म होती है और सूखी घास जलकर बैठ जाती है, वैसे ही उनकी जड़ सड़ जाएगी और उनके फूल धूल होकर उड़ जाएंगे; क्योंकि उन्हों ने सेनाओं के यहोवा की व्यवस्था को निकम्मी जाना, और इस्राएल के पवित्रा के वचन को तुच्छ जाना है।
24. Therefore, As a tongue of fire, eateth up straw, And a flame reduceth, dry grass, to powder, Their root, like rottenness, shall become, And their blossom, like dust shall ascend, Because they refused the law of Yahweh of hosts, And the utterance of the Holy One of Israel, they despised.