12. उनकी जेवनारों में वीणा, सारंगी, डफ, बांसली और दाखमधु, ये सब पाये जाते हैं; परन्तु वे यहोवा के कार्य की ओर दृष्टि नहीं करते, और उसके हाथों के काम को नहीं देखते।।
12. And the harp, and the viol, the tabret, and pipe, and wine, are in their feasts: but they regard not the work of YHWH, neither consider the operation of his hands.