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1. अब मैं अपने प्रिय के लिये और उसकी दाख की बारी के विषय में गीत गाऊंगा: एक अति उपजाऊ टीले पर मेरे प्रिय की एक दाख की बरी थी।मत्ती 21:33, मरकुस 12:1, लूका 20:9
1. I will sing a song about my friend's vineyard that was on the side of a fertile hill.
2. उस ने उसकी मिट्टी खोदी और उसके पत्थर बीनकर उस में उत्तम जाति की एक दाखलता लगाई; उसके बीच में उस ने एक गुम्मट बनाया, और दाखरस के लिये एक कुण्ड भी खोदा; तब उस ने दाख की आशा की, परन्तु उस में निकम्मी दाखें ही लगीं।।
2. My friend dug the ground, removed the stones, and planted the best vines. He built a watchtower and dug a pit in rocky ground for pressing the grapes. He hoped they would be sweet, but bitter grapes were all it produced.
3. अब हे यरूशलेम के निवासियों और हे यहूदा के मनुष्यों, मेरे और मेरी दाख की बारी के बीच न्याय करो।
3. Listen, people of Jerusalem and of Judah! You be the judge of me and my vineyard.
4. मेरी दाख की बारी के लिये और क्या करना रह गया जो मैं ने उसके लिये न किया हो? फिर क्या कारण है कि जब मैं ने दाख की आशा की तब उस में निकम्मी दाखें लगीं?
4. What more could I have done for my vineyard? I hoped for sweet grapes, but bitter grapes were all that grew.
5. अब मैं तुम को जताता हूं कि अपनी दाख की बारी से क्या करूंगा। मैं उसके कांटेवाले बाड़े को उखाड़ दूंगा कि वह चट की जाए, और उसकी भीत को ढा दूंगा कि वह रौंदी जाए।
5. Now I will let you know what I am going to do. I will cut down the hedge and tear down the wall. My vineyard will be trampled and left in ruins.
6. मैं उसे उजाड़ दूंगा; वह न तो फिर छांटी और न खोदी जाएगी और उस में भांति भांति के कटीले पेड़ उगेंगे; मैं मेघों को भी आज्ञा दूंगा कि उस पर जल न बरसाएं।।
6. It will turn into a desert, neither pruned nor hoed; it will be covered with thorns and briars. I will command the clouds not to send rain.
7. क्योंकि सेनाओं के यहोवा की दाख की बारी इस्राएल का घराना, और उसका मनभाऊ पौधा यहूदा के लोग है; और उस ने उन में न्याय की आशा की परन्तु अन्याय देख पड़ा; उस ने धर्म की आशा की, परन्तु उसे चिल्लाहट ही सुन पड़ी!
7. I am the LORD All-Powerful! Israel is the vineyard, and Judah is the garden I tended with care. I had hoped for honesty and for justice, but dishonesty and cries for mercy were all I found.
8. हाय उन पर जो घर से घर, और खेत से खेत यहां तक मिलाते जाते हैं कि कुछ स्थान नहीं बचता, कि तुम देश के बीच अकेले रह जाओ।
8. You are in for trouble! You take over house after house and field after field, until there is no room left for anyone else in all the land.
9. सेनाओं के यहोवा ने मेरे सुनते कहा है: निश्चय बहुत से घर सुनसान हो जाएंगे, और बड़ें बड़े और सुन्दर घर निर्जन हो जाएंगे।याकूब 5:4
9. But the LORD All-Powerful has made this promise to me: Those large and beautiful homes will be left empty, with no one to take care of them.
10. क्योंकि दस बीघे की दाख की बारी से एक ही बत दाखमधु मिलेगा, और होमेर भर के बीच से एक ही एपा अन्न उत्पन्न होगा।।
10. Ten acres of grapevines will produce only six gallons of juice, and five bushels of seed will produce merely a half-bushel of grain.
11. हाय उन पर जो बड़े तड़के उठकर मदिरा पीने लगते हैं और बड़ी रात तक दाखमधु पीते रहते हैं जब तक उनको गर्मी न चढ़ जाए!
11. You are in for trouble! You get up early to start drinking, and you keep it up late into the night.
12. उनकी जेवनारों में वीणा, सारंगी, डफ, बांसली और दाखमधु, ये सब पाये जाते हैं; परन्तु वे यहोवा के कार्य की ओर दृष्टि नहीं करते, और उसके हाथों के काम को नहीं देखते।।
12. At your drinking parties you have the music of stringed instruments, tambourines, and flutes. But you never even think about all the LORD has done,
13. इसलिये अज्ञानता के कारण मेरी प्रजा बंधुआई में जाती है, उसके प्रतिष्ठित पुरूष भूखों मरते और साधारण लोग प्यास से ब्याकुल होते हैं।
13. and so his people know nothing about him. That's why many of you will be dragged off to foreign lands. Your leaders will starve to death, and everyone else will suffer from thirst.
14. इसलिये अधोलोक ने अत्यन्त लालसा करके अपना मुंह बेपरिमाण पसारा है, और उनका विभव और भीड़ भाड़ और आनन्द करनेवाले सब के सब उसके मुंह में जा पड़ते हैं।
14. The world of the dead has opened its mouth wide and is eagerly waiting for the leaders of Jerusalem and for its noisy crowds, especially for those who take pride in that city.
15. साधारण मनुष्य दबाए जाते और बड़े मनुष्य नीचे किए जाते हैं, और अभिमानियों की आंखें नीची की जाती हैं।
15. Its citizens have been put down, and its proud people have been brought to shame.
16. परन्तु सेनाओं का यहोवा न्याय करने के कारण महान ठहरता, और पवित्रा परमेश्वर धर्मी होने के कारण पवित्रा ठहरता है!
16. But the holy LORD God All-Powerful is praised, because he has shown who he is by bringing justice.
17. तब भेड़ों के बच्चे मानो अपने खेत में चरेंगे, परन्तु हृष्टपुष्टों के उजड़े स्थान परदेशियों को चराई के लिये मिलेंगे।।
17. His people will be like sheep grazing in their own pasture, and they will take off what was left by others.
18. हाय उन पर जो अधर्म को अनर्थ की रस्सियों से और पाप को मानो गाड़ी के रस्से से खींच ले आते हैं,
18. You are in for trouble! The lies you tell are like ropes by which you drag along sin and evil.
19. जो कहते हैं, वह फुर्ती करे और अपने काम को शीघ्र करे कि हम उसको देखें; और इस्राएल के पवित्रा की युक्ति प्रगट हो, वह निकट आए कि हम उसको समझें!
19. And you say, 'Let the holy God of Israel hurry up and do what he has promised, so we can see it for ourselves.'
20. हाय उन पर जो बुरे को भला और भले को बुरा कहते, जो अंधियारे को उजियाला और उजियाले को अंधियारा ठहराते, और कडुवे को मीठा और मीठे को कड़वा करके मानते हैं!
20. You are headed for trouble! You say wrong is right, darkness is light, and bitter is sweet.
21. हाय उन पर जो अपनी दृष्टि में ज्ञानी और अपने लेखे बुद्धिमान हैं!रोमियों 12:16
21. You think you are clever and smart.
22. हाय उन पर जो दाखमधु पीने में वीर और मदिरा को तेज बनाने में बहादुर हैं,
22. And you are great at drinking and mixing drinks. But you are in for trouble.
23. जो घूस लेकर दुष्टों को निर्दोष, और निर्दोषों को दोषी ठहराते हैं!
23. You accept bribes to let the guilty go free, and you cheat the innocent out of a fair trial.
24. इस कारण जैसे अग्नि की लौ से खूंटी भस्म होती है और सूखी घास जलकर बैठ जाती है, वैसे ही उनकी जड़ सड़ जाएगी और उनके फूल धूल होकर उड़ जाएंगे; क्योंकि उन्हों ने सेनाओं के यहोवा की व्यवस्था को निकम्मी जाना, और इस्राएल के पवित्रा के वचन को तुच्छ जाना है।
24. You will go up in flames like straw and hay! You have rejected the teaching of the holy LORD God All-Powerful of Israel. Now your roots will rot, and your blossoms will turn to dust.
25. इस कारण यहोवा का क्रोध अपनी प्रजा पर भड़का है, और उस ने उनके विरूद्ध हाथ बढ़ाकर उनको मारा है, और पहाड़ कांप उठे; और लोगों की लोथें सड़कों के बीच कूड़ा सी पड़ी हैं। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है।।
25. You are the LORD's people, but you made him terribly angry, and he struck you with his mighty arm. Mountains shook, and dead bodies covered the streets like garbage. The LORD is still angry, and he is ready to strike you again.
26. वह दूर दूर की जातियों के लिये झण्डा खड़ा करेगा, और सींटी बजाकर उनको पृथ्वी की छोर से बुलाएगा; देखो, वे फुर्ती करके वेग से आएंगे!
26. The LORD has signaled for the foreign nations to come and attack you. He has already whistled, and they are coming as fast as they can.
27. उन में कोई थका नहीं न कोई ठोकर खाता है; कोई ऊंघने वा सोनेवाला नहीं, किसी का फेंटा नहीं खुला, और किसी के जूतों का बन्धन नहीं टूटा;
27. None of them are tired. They don't sleep or get drowsy, and they run without stumbling. Their belts don't come loose; their sandal straps don't break.
28. उनके तीर चोखे और धनुष चढ़ाए हुए हैं, उनके घोड़ों के खुर वज्र के से और रथों के पहिये बवण्डर सरीखे हैं।
28. Their arrows are sharp, and their bows are ready. The hoofs of their horses are hard as flint; the wheels of their war chariots turn as fast as a whirlwind.
29. वे सिंह वा जवान सिंह की नाई गरजते हैं; वे गुर्राकर अहेर को पकड़ लेते और उसको ले भागते हैं, और कोई उसे उन से नहीं छुड़ा सकता।
29. They roar and growl like fierce young lions as they grab their victims and drag them off where no one can rescue them.
30. उस समय वे उन पर समुद्र के गर्जन की नाई गर्जेंगे और यदि कोई देश की ओर देखे, तो उसे अन्धकार और संकट देख पड़ेगा और ज्योति मेघों से छिप जाएगी।।
30. On the day they attack, they will roar like the ocean. And across the land you will see nothing but darkness and trouble, because the light of day will be covered by thick clouds.