19. उन्हों ने उस से कहा, चुप रह, अपने मुंह को हाथ से बन्दकर, और हम लोगों के संग चलकर, हमारे लिये पिता और पुरोहित बन। तेरे लिये क्या अच्छा है? यह, कि एक ही मनुष्य के घराने का पुरोहित हो, वा यह, कि इस्राएलियों के एक गोत्रा और कुल का पुरोहित हो?
19. And they said to him, 'Be quiet, put your hand over your mouth, and come with us; be a father and a priest to us. [Is it] better for you to be a priest to the household of one man, or that you be a priest to a tribe and a family in Israel?'