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1. और इस्राएलियों ने फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया; इसलिये यहोवा ने उनको पलिश्तियों के वश में चालीस वर्ष के लिये रखा।।
1. The children of Israel again did that which was evil in the sight of Yahweh; and Yahweh delivered them into the hand of the Philistines forty years.
2. दानियों के कुल का सोरावासी मानोह नाम एक पुरूष था, जिसकी पत्नी के बांझ होने के कारण कोई पुत्रा न था।
2. There was a certain man of Zorah, of the family of the Danites, whose name was Manoah; and his wife was barren, and didn't bear.
3. इस स्त्री को यहोवा के दूत ने दर्शन देकर कहा, सुन, बांझ होने के कारण तेरे बच्चा नहीं; परन्तु अब तू गर्भवती होगी और तेरे बेटा होगा।लूका 1:31
3. The angel of Yahweh appeared to the woman, and said to her, See now, you are barren, and don't bear; but you shall conceive, and bear a son.
4. इसलिये अब सावधान रह, कि न तो तू दाखमधु वा और किसी भांति की मदिरा पीए, और न कोई अशुद्ध वस्तु खाए,लूका 1:15
4. Now therefore please beware and drink no wine nor strong drink, and don't eat any unclean thing:
5. क्योंकि तू गर्भवती होगी और तेरे एक बेटा उत्पन्न होगा। और उसके सिर पर छूरा न फिरे, क्योंकि वह जन्म ही से परमेश्वर का नाजीर रहेगा; और इस्राएलियों को पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाने में वहीं हाथ लगाएगा।मत्ती 2:23
5. for, behold, you shall conceive, and bear a son; and no razor shall come on his head; for the child shall be a Nazirite to God from the womb: and he shall begin to save Israel out of the hand of the Philistines.
6. उस स्त्री ने अपने पति के पास जाकर कहा, परमेश्वर का एक जन मेरे पास आया था जिसका रूप परमेश्वर के दूत का सा अति भययोग्य था; और मैं ने उस से न पूछा कि तू कहां का है? और न उस ने मुझे अपना नाम बताया;
6. Then the woman came and told her husband, saying, A man of God came to me, and his face was like the face of the angel of God, very awesome; and I didn't ask him whence he was, neither did he tell me his name:
7. परन्तु उस ने मुझ से कहा, सुन तू गर्भवती होगी और तेरे एक बेटा होगा; इसलिये अब न तो दाखमधु वा और किसी भांति की मदिरा पीना, और न कोई अशुद्ध वस्तु खाना, क्योंकि वह लड़का जन्म से मरण के दिन तक परमेश्वर का नाजीर रहेगा।मत्ती 2:23
7. but he said to me, Behold, you shall conceive, and bear a son; and now drink no wine nor strong drink, and eat not any unclean thing; for the child shall be a Nazirite to God from the womb to the day of his death.
8. तब मानोह ने यहोवा से यह बिनती की, कि हे प्रभु, बिनती सुन, परमेश्वर का वह जन जिसे तू ने भेजा था फिर हमारे पास आए, और हमें सिखलाए कि जो बालक उत्पन्न होनेवाला है उस से हम क्या क्या करें।
8. Then Manoah entreated Yahweh, and said, Oh, Lord, please let the man of God whom you did send come again to us, and teach us what we shall do to the child who shall be born.
9. मानोह की यह बात परमेश्वर ने सुन ली, इसलिये जब वह स्त्री मैदान में बैठी थी, और उसका पति मानोह उसके संग न था, तब परमेश्वर का वही दूत उसके पास आया।
9. God listened to the voice of Manoah; and the angel of God came again to the woman as she sat in the field: but Manoah, her husband, wasn't with her.
10. तब उस स्त्री ने झट दौड़कर अपने पति को यह समाचार दिया, कि जो पुरूष उस दिन मेरे पास आया था उसी ने मुझे दर्शन दिया है।
10. The woman made haste, and ran, and told her husband, and said to him, Behold, the man has appeared to me, who came to me the other day.
11. यह सुनते ही मानोह उठकर अपनी पत्नी के पीछे चला, और उस पुरूष के पास आकर पूछा, कि क्या तू वही पुरूष है जिसने इस स्त्री से बातें की थीं? उस ने कहा, मैं वही हूं।
11. Manoah arose, and went after his wife, and came to the man, and said to him, Are you the man who spoke to the woman? He said, I am.
12. मानोह ने कहा, जब तेरे वचन पूरे हो जाएं तो, उस बालक का कैसा ढंग और उसका क्या काम होगा?
12. Manoah said, Now let your words happen: what shall be the ordering of the child, and how shall we do to him?
13. यहोवा के दूत ने मानोह से कहा, जितनी वस्तुओं की चर्चा मैं ने इस स्त्री से की थी उन सब से यह परे रहे।
13. The angel of Yahweh said to Manoah, Of all that I said to the woman let her beware.
14. यह कोई वस्तु जो दाखलता से उत्पन्न होती है न खाए, और न दाखमधु वा और किसी भंाति की मदिरा पीए, और न कोई अशुद्ध वस्तु खाए; जो जो आज्ञा मैं ने इसको दी थी उसी को माने।
14. She may not eat of anything that comes of the vine, neither let her drink wine or strong drink, nor eat any unclean thing; all that I commanded her let her observe.
15. मानोह ने यहोवा के दूत से कहा, हम तुझ को रोक लें, कि तेरे लिये बकरी का एक बच्चा पकाकर तैयार करें।
15. Manoah said to the angel of Yahweh, I pray you, let us detain you, that we may make ready a kid for you.
16. यहोवा के दूत ने मानोह से कहा, चाहे तू मुझे रोक रखे, परन्तु मैं तेरे भोजन में से कुछ न खाऊंगा; और यदि तू होमबलि करना चाहे तो यहोवा ही के लिये कर। (मानोह तो न जानता था, कि यह यहोवा का दूत है।)
16. The angel of Yahweh said to Manoah, Though you detain me, I won't eat of your bread; and if you will make ready a burnt offering, you must offer it to Yahweh. For Manoah didn't know that he was the angel of Yahweh.
17. मानोह ने यहोवा के दूत से कहा, अपना नाम बता, इसलिये कि जब तेरी बातें पूरी हों तब हम तेरा आदरमान कर सकें।
17. Manoah said to the angel of Yahweh, What is your name, that when your words happen, we may honor you?
18. यहोवा के दूत ने उस से कहा, मेरा नाम तो अद्भुत है, इसलिये तू उसे क्यों पूछता है?
18. The angel of Yahweh said to him, Why do you ask after my name, seeing it is wonderful?
19. तब मानोह ने अन्नबलि समेत बकरी का एक बच्चा लेकर चट्टान पर यहोवा के लिये चढ़ाया तब उस दूत ने मानोह और उसकी पत्नी के देखते देखते एक अद्भुत काम किया।
19. So Manoah took the kid with the meal-offering, and offered it on the rock to Yahweh: and the angel did wondrously, and Manoah and his wife looked on.
20. अर्थात् जब लौ उस वेदी पर से आकाश की ओर उठ रही थी, तब यहोवा का दूत उस वेदी की लौ में होकर मानोह और उसकी पत्नी के देखते देखते चढ़ गया; तब वे भूमि पर मुंह के बल गिरे।
20. For it happened, when the flame went up toward the sky from off the altar, that the angel of Yahweh ascended in the flame of the altar: and Manoah and his wife looked on; and they fell on their faces to the ground.
21. परन्तु यहोवा के दूत ने मानोह और उसकी पत्नी को फिर कभी दर्शन न दिया। तब मानोह ने जान लिया कि वह यहोवा का दूत था।
21. But the angel of Yahweh did no more appear to Manoah or to his wife. Then Manoah knew that he was the angel of Yahweh.
22. तब मानोह ने अपनी पत्नी से कहा, हम निश्चय मर जाएंगे, क्योंकि हम ने परमेश्वर का दर्शन पाया है।
22. Manoah said to his wife, We shall surely die, because we have seen God.
23. उसकी पत्नी ने उस से कहा, यदि यहोवा हमें मार डालना चाहता, तो हमारे हाथ से होमबलि और अन्नबलि ग्रहण न करता, और न वह ऐसी सब बातें हम को दिखाता, और न वह इस समय हमें ऐसी बातें सुनाता।
23. But his wife said to him, If Yahweh were pleased to kill us, he wouldn't have received a burnt offering and a meal-offering at our hand, neither would he have shown us all these things, nor would at this time have told such things as these.
24. और उस स्त्री के एक बेटा उत्पन्न हुआ, और उसका नाम शिमशोन रखा; और वह बालक बढ़ता गया, और यहोवा उसको आशीष देता रहा।
24. The woman bore a son, and named him Samson: and the child grew, and Yahweh blessed him.
25. और यहोवा का आत्मा सोरा और एशताओल के बीच महनदान में उसको उभारने लगा।।
25. The Spirit of Yahweh began to move him in Mahaneh-dan, between Zorah and Eshtaol.