1. और जब पांचवें स्वर्गदूत ने तुरही फूंकी, तो मैं ने स्वर्ग से पृथ्वी पर एक तारा गिरता हुआ देखा, और उसे अथाह कुण्ड की कुंजी दी गई।
1. Then the fifth angel blew his trumpet, and I saw a star that had fallen from the sky to the earth, and he was given the key to the shaft of the abyss.
4. और उन से कहा गया, कि न पृथ्वी की घास को, न किसी हरियाली को, न किसी पेड़ को हानि पहुंचाओ, केवल उन मनुष्यों को जिन के माथे पर परमेश्वर की मुहर नहीं है।
यहेजकेल 9:4
4. They were told not to damage the grass of the earth, or any green plant or tree, but only those people who did not have the seal of God on their forehead.
5. और उन्हें मार डालते का तो नहीं, पर पांच महीने तक लोगों को पीड़ा देने का अधिकार दिया गया: और उन की पीड़ा ऐसी थी, जैसे बिच्छू के डंक मारने से मनुष्य को होती है।
5. The locusts were not given permission to kill them, but only to torture them for five months, and their torture was like that of a scorpion when it stings a person.
10. और उन की पूंछ बिच्छुओं की सी थीं, और उन में डंक थे, और उन्हें पांच महीने तक मनुष्यों को दुख पहुंचाने की जो सामर्थ थी, वह उन की पूंछों में थी।
10. They have tails and stingers like scorpions, and their ability to injure people for five months is in their tails.
11. अथाह कुण्ड का दूत उन पर राजा था, उसका नाम इब्रानी में अबद्दॊन, और यूनानी में अपुल्लयोन है।।
अय्यूब 26:6, अय्यूब 28:22
11. They have as king over them the angel of the abyss, whose name in Hebrew is Abaddon, and in Greek, Apollyon.
15. और वे चारों दूत खोल दिए गए जो उस घड़ी, और दिन, और महीने, और वर्ष के लिये मनुष्यों की एक तिहाई के मार डालने को तैयार किए गए थे।
15. Then the four angels who had been prepared for this hour, day, month, and year were set free to kill a third of humanity.
17. और मुझे इस दर्शन में घोड़े और उन के ऐसे सवार दिखाई दिए, जिन की झिलमें आग, और धूम्रकान्त, और गन्धक की सी थीं, और उन घोड़ों के सिर सिंहों के सिरों के से थे: और उन के मुंह से आग, और धुआं, और गन्धक निकलती थी।
निर्गमन 9:16
17. Now this is what the horses and their riders looked like in my vision: The riders had breastplates that were fiery red, dark blue, and sulfurous yellow in color. The heads of the horses looked like lions' heads, and fire, smoke, and sulfur came out of their mouths.
18. इन तीनों मरियों; अर्थात् आग, और धुएं, और गन्धक से जो उसके मुंह से निकलती थीं, मनुष्यों की एक तिहाई मार डाली गई।
18. A third of humanity was killed by these three plagues, that is, by the fire, the smoke, and the sulfur that came out of their mouths.
19. क्योंकि उन घोड़ों की सामर्थ उन के मुंह, और उन की पूंछों में थी; इसलिये कि उन की पूंछे सांपों की सी थीं, और उन पूंछों के सिर भी थे, और इन्हीं से वे पीड़ा पहुंचाते थे।
19. For the power of the horses resides in their mouths and in their tails, because their tails are like snakes, having heads that inflict injuries.
20. और बाकी मनुष्यों ने जो उन मरियों से न मरे थे, अपने हाथों के कामों से मन न फिराया, कि दुष्टात्माओं की, और सोने और चान्दी, और पीतल, और पत्थर, और काठ की मूरतों की पूजा न करें, जो न देख, न सुन, न चल सकती हैं।
व्यवस्थाविवरण 32:17, भजन संहिता 115:7, भजन संहिता 135:15-17, यशायाह 17:8, दानिय्येल 5:3-4, दानिय्येल 5:23
20. The rest of humanity, who had not been killed by these plagues, did not repent of the works of their hands, so that they did not stop worshiping demons and idols made of gold, silver, bronze, stone, and wood idols that cannot see or hear or walk about.
21. और जो खून, और टोना, और व्यभिचार, और चोरियां, उन्हों ने की थीं, उन से मन न फिराया।।
2 राजाओं 9:22
21. Furthermore, they did not repent of their murders, of their magic spells, of their sexual immorality, or of their stealing.