7. तो फिर वह किसी विशेष दिन की ठहराकर इतने दिन के बाद दाऊद की पुस्तक में उसे आज का दिन कहता है, जैसे पहिले कहा गया, कि यदि आज तुम उसका शब्द सुनो, तो अपने मनों को कठोर न करो।
भजन संहिता 95:7-8
7. (Again, he limiteth a certain day, saying in David, To-day, after so long a time; as it is said, To-day, if ye will hear his voice, harden not your hearts.