8. ऊपर तो वह कहता है, कि न तू ने बलिदान और भेंट और होम- बलियों और पाप- बलियों को चाहा, और न उन से प्रसन्न हुआ; यद्यपि ये बलिदान तो व्यवस्था के अनुसार चढ़ाए जाते हैं।
8. Aboue when he saith, that sacrifice, and offeryng, and burnt offeringes, and sinne [offerynges] thou wouldest not, neither haddest pleasure [therein] (which are offered by the lawe:)