11. उस में न तो यूनानी रहा, न यहूदी, न खतना, न खतनारहित, न जंगली, न स्कूती, न दास और न स्वतंत्रा: केवल मसीह सब कुछ और सब में है।।
11. As a result, there is no longer any distinction between Gentiles and Jews, circumcised and uncircumcised, barbarians, savages, slaves, and free, but Christ is all, Christ is in all.