3. उस ने तुझ को नम्र बनाया, और भूखा भी होने दिया, फिर वह मन्ना, जिसे न तू और न तेरे पुरखा ही जानते थे, वही तुझ को खिलाया; इसलिये कि वह तुझ को सिखाए कि मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं जीवित रहता, परन्तु जो जो वचन यहोवा के मुंह से निकलते हैं उन ही से वह जीवित रहता है।
मत्ती 4:4, लूका 4:4, 1 कुरिन्थियों 10:3
3. তিনি তোমাকে নত করিলেন, ও তোমাকে ক্ষুধিত করিয়া তোমার অজ্ঞাত ও তোমার পিতৃপুরুষদের অজ্ঞাত মান্না দিয়া প্রতিপালন করিলেন; যেন তিনি তোমাকে জানাইতে পারেন যে, মনুষ্য কেবল রুটীতে বাঁচে না, কিন্তু সদাপ্রভুর মুখ হইতে যাহা যাহা নির্গত হয়, তাহাতেই মনুষ্য বাঁচে।