8. यदि तेरी बस्तियों के भीतर कोई झगड़े की बात हो, अर्थात् आपस के खून, वा विवाद, वा मारपीट का कोई मुक मा उठे, और उसका न्याय करना तेरे लिये कठिन जान पड़े, तो उस स्थान को जाकर जो तेरा परमेश्वर यहोवा चुन लेगा;
8. 'When anything is too hard for thee for judgment, between blood and blood, between plea and plea, and between stroke and stroke -- matters of strife within thy gates -- then thou hast risen, and gone up unto the place on which Jehovah thy God doth fix,