3. अर्थात् मेरी आज्ञा का उल्लंघन करके पराए देवताओं की, वा सूर्य, वा चंद्रमा, वा आकाश के गण में से किसी की उपासना की हो, वा उसको दण्डवत किया हो,
3. and they should go and serve other gods, and worship them, the sun, or the moon, or any of the host of heaven, which He commanded you not to do,