22. मैं निर्बलों के लिये निर्बल सा बना, कि निर्बलों को खींच लाऊं, मैं सब मनुष्यों के लिये सब कुछ बना हूं, कि किसी न किसी रीति से कई एक का उद्धार कराऊं।
22. When I am with those who are weak, I share their weakness, for I want to bring the weak to Christ. Yes, I try to find common ground with everyone, doing everything I can to save some.