30. फिर जिन्हें उन से पहिले से ठहराया, उन्हें बुलाया भी, और जिन्हें बुलाया, उन्हें धर्मी भी ठहराया है, और जिन्हें धर्मी ठहराया, उन्हें महिमा भी दी है।।
30. And, whom he fore-appointed, the same, he also called, and, whom he called, the same, he also declared righteous, and, whom he declared righteous, the same, he also made glorious: