46. शास्त्रियों से चौकस रहो, जिन को लम्बे लम्बे वस्त्रा पहिने हुए फिरना भला है, और जिन्हें बाजारों में नमस्कार, और सभाओं में मुख्य आसन और जेवनारों में मुख्य स्थान प्रिय लगते हैं।
46. Beware of the scribes, who desire to walk about in long robes, and love greetings in the marketplaces, and the first seats in the synagogues, and the places of honor at dinners,