28. इसलिये यदि परमेश्वर मैदान की घास को जो आज है, और कर भाड़ में झोंकी जाएगी, ऐसा पहिनाता है; तो हे अल्प विश्वासियों, वह तुम्हें क्यों न पहिनाएगा?
28. But, if God thus adorneth, the grass, which is, in a field, to-day, and, to-morrow, into an oven, is cast, how much rather you, O little-of-faith?