2. क्योंकि गृहदेवता अनर्थ बात कहते और भावी कहनेवाले झूठा दर्शन देखते और झूठे स्वपन सुनाते, और व्यर्थ शान्ति देते हैं। इस कारण लोग भेड़- बकरियों की नाईं भटक गए; और चरवाहे न होने के कारण दुर्दशा में पड़े हैं।।
मत्ती 9:36, मरकुस 6:34
2. For, the household gods, have spoken vanity, and, the diviners, have had vision of falsehood, and, deceitful dreams, do they relate, vainly, do they console, for this reason, have they moved about like a flock, they suffer ill, because there is no shepherd.