10. वह खाली, छूछीं और सूनी हो गई है! मन कच्चा हो गया, और पांव कांपते हैं; और उन सभों कि कटियों में बड़ी पीड़ा उठी, और सभों के मुख का रंग उड़ गया है!
10. Sacking, resacking, rasing, a dissolued heart and collision of knees, sorow in all loynes also, and the faces of them all as blacke as a pot.