14. तब उन्हों ने यहोवा को पुकारकर कहा, हे यहोवा हम बिनती करते ळें, कि इस पुरूष के प्राण की सन्ती हमारा नाश न हो, और न हमें निर्दोष की हत्या का दोषी ठहरा; क्योंकि हे हयोवा, जो कुछ तेरी इच्छा थी वही तू ने किया है।
14. So, crying to the Lord, they said, Give ear to our prayer, O Lord, give ear, and do not let destruction overtake us because of this man's life; do not put on us the sin of taking life without cause: for you, O Lord, have done what seemed good to you.