8. हे एप्रैम, मैं तुझे क्योंकि छोड़ दूं? हे इस्राएल, मैं क्योंकर तुझे शत्रु के वश में कर दूं? मैं क्योंकर तुझे अदमा की नाई छोड़ दूं, और सबोयीम के समान कर दूं? मेरा हृदय तो उलट पुलट हो गया, मेरा मन स्नेह के मारे पिघल गया है।
8. How can I give you up, O Ephraim! How can I surrender you and cast you off, O Israel! How can I make you as Admah or how can I treat you as Zeboiim [both destroyed with Sodom]! My heart recoils within Me; My compassions are kindled together. [Deut. 29:23.]