Ezekiel - यहेजकेल 38 | View All

1. फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा,

1. And the Word of Jehovah came unto me, saying,

2. हे मनुष्य के सन्तान, अपना मुंह मागोग देश के गोग की ओर करके, जो रोश, मेशेक और तूबल का प्रधान है, उसके विरूद्ध भविष्यद्वाणी कर।
प्रकाशितवाक्य 20:8

2. Son of man, set your face against Gog, the land of Magog, the prince of Rosh, Meshech, and Tubal, and prophesy against him,

3. और यह कह, हे गोग, हे रोश, मेशेक, और तूबल के प्रधान, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, देख, मैं तेरे विरूद्ध हूँ।

3. and say, Thus says the Lord Jehovah: Behold, I am against you, O Gog, the prince of Rosh, Meshech, and Tubal.

4. मैं तुझे घुमा ले आऊंगा, और तेरे जबड़ों में आंकड़े डालकर तुझे निकालूंगा; और तेरी सारी सेना को भी अर्थात् घोड़ों और सवारों को जो सब के सब कवच पहिने हुए एक बड़ी भीड़ हैं, जो फरी और ढाल लिए हुए सब के सब तलवार चलानेवाले होंगे;

4. And I will turn you around, put hooks into your jaws, and lead you out, with all your army, horses, and horsemen, all splendidly clothed, a great company with bucklers and shields, all of them handling swords.

5. और उनके संग फारस, कूश और पूत को, जो सब के सब ढाल लिए और टोप लगाए होंगे;

5. Persia, Ethiopia, and Libya are with them, all of them with shield and helmet;

6. और गोमेर और उसके सारे दलों को, और उत्तर दिशा के दूर दूर देशों के तोगर्मा के घराने, और उसके सारे दलों को निकालूंगा; तेरे संग बहुत से देशों के लोग होंगे।

6. Gomer and all its troops; the house of Togarmah from the far north and all its troops; and many people with you.

7. इसलिये तू तैयार हो जा; तू और जितनी भीड़ तेरे पास इकट्ठी हों, तैयार रहना, और तू उनका अगुवा बनना।

7. Prepare yourself and be ready, you and all your companies that are gathered about you; and be a guard to them.

8. बहुत दिनों के बीतने पर तेरी सुधि ली जाएगी; और अन्त के वष में तू उस देश में आएगा, जो तलवार के वश से छूटा हुआ होगा, और जिसके निवासी बहुत सी जातियों में से इकट्ठे होंगे; अर्थात् तू इस्राएल के पहाड़ों पर आएगा जो निरन्तर उजाड़ रहे हैं; परन्तु वे देश देश के लोगों के वश से छुड़ाए जाकर सब के सब निडर रहेंगे।

8. After many days you will be visited. In the last final years you will come into the land of those brought back from the sword and gathered from many peoples on the mountains of Israel, which had long been desolate; they were brought out of the nations, and now all of them dwell safely.

9. तू चढ़ाई करेगा, और आंधी की नाई आएगा, और अपने सारे दलों और बहुत देशों के लोगों समेत मेघ के समान देश पर छा जाएगा।

9. You will ascend, and come like a storm, covering the land like a cloud, you and all your troops and many people with you.

10. परमेश्वर यहोवा यों कहता है, उस दिन तेरे मन में ऐसी ऐसी बातें आएंगी कि तू एक बुरी युक्ति भी निकालेगा;

10. Thus says the Lord Jehovah: On that day it shall come to pass that thoughts will arise in your mind, and you will devise an evil plan.

11. और तू कहेगा कि मैं बिन शहरपनाह के गांवों के देश पर चढ़ाई करूंगा; मैं उन लोगों के पास जाऊंगा जो चैन से निडर रहते हैं; जो सब के सब बिना शहरपनाह ओर बिना बेड़ों और पल्लों के बसे हुए हैं;

11. You shall say, I will go up against a land of unwalled villages; I will go to a people at peace, who dwell safely, all of them dwelling without walls, and having neither bars nor gates;

12. ताकि छीनकर तू उन्हें लूटे और अपना हाथ उन खण्डहरों पर बढ़ाए जो फिर बसाए गए, और उन लोगों के विरूद्ध फेरे जो जातियों में से इट्ठे हुए थे और पृथ्वी की नाभी पर बसे हुए ढोर और और सम्पत्ति रखते हैं।

12. to plunder the spoils and to steal a prize, to stretch out your hand against the waste places that are again inhabited, and against a people gathered out of the nations, who produce livestock and goods, who dwell in the center of the earth.

13. शबा और ददान के लोग और तश श के व्योपारी अपने देश के सब जवान सिंहों समेत तुझ से कहेंगे, क्या तू लूटने को आता है? क्या तू ने धन छीनने, सोना- चाँदी उठाने, ढोर और और सम्पत्ति ले जाने, और बड़ी लूट अपना लेने को अपनी भीड़ इकट्टी की है?

13. Sheba, Dedan, the merchants of Tarshish, and all their young lions will say to you, Have you come to plunder the spoils? Have you gathered your army to steal a prize, to carry away silver and gold, to take away livestock and goods, to plunder a great spoils?

14. इस कारण, हे मनुष्य के सन्तान, भविष्यद्वाणी करके गोग से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, जिस समय मेरी प्रजा इस्राएल निडर बसी रहेगी, क्या तुझे इसका समाचार न मिलेगा?

14. Therefore, son of man, prophesy and say to Gog, Thus says the Lord Jehovah: On that day when My people Israel dwell safely, will you not know it?

15. और तू उत्तर दिशा के दूर दूर स्थानों से आएगा; तू और तेरे साथ बहुत सी जातियों के लोग, जो सब के सब घोड़ों पर चढ़े हुए होंगे, अर्थात् एक बड़ी भीड़ और बलवन्त सेना।

15. And you shall come from your place out of the recesses of the north, you and many peoples with you, all of them riding on horses, a great company and a mighty army.

16. और जैसे बादल भूमि पर छा जाता है, वैसे ही तू मेरी प्रजा इस्राएल के देश पर ऐसे चढ़ाई करेगा। इसलिये हे गोग, अन्त के दिनों में ऐसा ही होगा, कि मैं तुझ से अपने देश पर इसलिये चढ़ाई कराऊंगा, कि जब मैं जातियों के देखते तेरे द्वारा अपने को पवित्रा ठहराऊं, तब वे मुझे पहिचान लेंगे।

16. And you will come up against My people Israel like a cloud, to cover the land. It shall be in the last final days that I will bring you against My land, so that the nations may know Me, when I am sanctified in you, O Gog, before their eyes.

17. परमेश्वर यहोवा यों कहता है, क्या तू वही नहीं जिसकी चर्चा मैं ने प्राचीनकाल में अपने दासों के, अर्थात् इस्राएल के उन भविष्यद्वक्ताओं द्वारा की थी, जो उन दिनों में वष तक यह भविष्यद्वाणी करते गए, कि यहोवा गोग से इस्राएलियों पर चढ़ाई कराएगा?

17. Thus says the Lord Jehovah: Are you he of whom I have spoken in former days by My servants the prophets of Israel, who prophesied for years in those days that I would bring you against them?

18. और जिस दिन इस्राएल के देश पर गोग चढ़ाई करेगा, उसी दिन मेरी जलजलाहट मेरे मुख से प्रगट होगी, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।

18. And it shall come to pass on that day, when Gog comes against the land of Israel, declares the Lord Jehovah, that My fury shall arise in My face.

19. और मैं ने जलजलाहट और क्रोध की आग में कहा कि निेसन्देह उस दिन इस्राएल के देश में बड़ा भुईडोल होगा।
प्रकाशितवाक्य 11:13

19. For in My jealousy and in the fire of My wrath I have spoken. Surely in that day there shall be a great earthquake in the land of Israel,

20. और मेरे दर्शन से समुद्र की मछलियां और आकाश के पक्षी, मैदान के पशु और भूमि पर जितने जीवजन्तु रेंगते हैं, और भूमि के ऊपर जितने मनुष्य रहते हैं, सब कांप उठेंगे; और पहाड़ गिराए जाएंगे; और चढ़ाइयां नाश होंगी, और सब भीतें गिरकर मिट्टी में मिल जाएंगी।

20. so that the fish of the sea, the birds of the heavens, the beasts of the field, all creeping things that creep on the earth, and all men who are on the face of the earth shall quake at My presence. The mountains shall be thrown down, the steep places shall fall, and every wall shall fall to the ground.

21. परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है कि मैं उसके विरूद्ध तलवार चलाने के लिये अपने सब पहाड़ों को पुकारूंगा और हर एक की तलवार उसके भाई के विरूद्ध उठेगी।

21. I will call for a sword against him throughout all My mountains, declares the Lord Jehovah. Every man's sword shall be against his brother.

22. और मैं मरी और इून के द्वारा उस से मुक मा लड़ूंगा; और उस पर और उसके दलों पर, और उन बहुत सी जातियों पर जो उसके पास होंगी, मैं बड़ी झड़ी लगाऊंगा, और ओले और आग और गन्धक बरसाऊंगा।
प्रकाशितवाक्य 8:7, प्रकाशितवाक्य 14:10, प्रकाशितवाक्य 20:10, प्रकाशितवाक्य 21:8

22. And I will judge him with pestilence and blood; I will rain down upon him, on his troops, and on the many people who are with him, flooding rain, great hailstones, fire, and brimstone.

23. इस प्रकार मैं अपने को महान और पवित्रा ठहराऊंगा और बहुत सी जातियों के साम्हने अपने को प्रगट करूंगा। तब वे जान लेंगी कि मैं यहोवा हूँ।

23. Thus I will magnify Myself and sanctify Myself, and I will be known in the eyes of many nations. And they shall know that I am Jehovah.



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