20. जैसे लोग चान्दी, पीतल, लोहा, शीशा, और रांगा इसलिये भट्ठी के भीतर बटोरकर रखते हैं कि उन्हे आग फूंककर पिघलाएं, वैसे ही मैं तुम को अपने कोप और जलजलाहट से इकट्ठा करके वहीं रखकर पिघला दूंगा।
20. A gathering of silver, and brass, and iron, and lead, and tin, Unto the midst of a furnace -- to blow on it fire, to melt it, So do I gather in Mine anger and in My fury, And I have let rest, and have melted you.