30. यहोवा की यह वाणी है, मैं उसके रोष को भी जानता हूँ कि वह व्यर्थ ही है, उसके बड़े बोल से कुछ बन न पड़ा।
30. Y knowe, seith the Lord, the hiynesse therof, and pride in word, and pride in beryng, and the hiynesse of herte, and the boost therof, and that the vertu therof is not niy, ethir lijk it, nethir it enforside to do bi that that it miyte.