32. यहावा की यह भी वाणी है कि जो बिना मेरे भेजे वा बिना मेरी आज्ञा पाए स्वप्न देखने का झूठा दावा करके भविष्यद्वाणी करते हैं, और उसका वर्णन करके मेरी प्रजा को झूठे घमण्ड में आकर भरमाते हैं, उनके भी मैं विरूद्ध हूँ; और उन से मेरी प्रजा के लोगों का कुछ लाभ न हेगा।
32. Behold me! against such as prophesy the dreams of falsehood, Declareth Yahweh, who have related them and led astray my people, with their falsehoods and with their recklessness, whereas, I, had not sent them nor commanded them, so that they could be of no, profit, to this people, Declareth Yahweh.