4. और उस से कह, सावधान और शान्त हो; और उन दोनों धूंआं निकलती लुकटियों से अर्थात् रसीन और अरामियों के भड़के हुए कोप से, और रमल्याह के पुत्रा से मत डर, और न तेरा मन कच्चा हो।
4. and say to him, Take heed, be quiet, do not fear, and do not let your heart be faint because of these two smoldering stumps of firebrands, because of the fierce anger of Rezin and Aram and the son of Remaliah.