4. और उस से कह, सावधान और शान्त हो; और उन दोनों धूंआं निकलती लुकटियों से अर्थात् रसीन और अरामियों के भड़के हुए कोप से, और रमल्याह के पुत्रा से मत डर, और न तेरा मन कच्चा हो।
4. bhadramusumee, nimmalinchumu; poga raajuchunna yee rendu korakanchu konalaku, anagaa rejeenunu, siriyanulu, remalyaa kumaarudunu anuvaari kopaagniki jadiyakumu, nee gunde aviya neeyakumu.