10. तू ने अपनी दुष्टता पर भरोसा रखा, तू ने कहा, मुझे कोई नहीं देखता; तेरी बुद्धि और ज्ञान ने तुझे बहकाया और तू ने अपने मन में कहा, मैं ही हूं और मेरे सिवाय कोई दूसरा नहीं।
10. And so thou didst trust in thy wickedness, Thou saidst, no one, seeth me, Thy wisdom and knowledge, the same, seduced thee, Therefore saidst thou in thy heart, I am , and there is no one besides.