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1. हे परमेश्वर हम ने अपने कानों से सुना, हमारे बापदादों ने हम से वर्णन किया है, कि तू ने उनके दिनों में और प्राचीनकाल में क्या क्या काम किए हैं।
1. [To the chiefe musition, a wise instruction of the sonnes of Corach.] We haue hearde with our eares O Lorde: our fathers haue tolde vs what workes thou hast done in their daies in the olde tyme.
2. तू ने अपने हाथ से जातियों को निकाल दिया, और इनको बसाया; तू ने देश देश के लोगों को दु:ख दिया, और इनको चारों ओर फैला दिया;
2. Howe thou hast driuen out the heathen with thy hande and planted them in: howe thou hast destroyed the nations & placed them.
3. क्योंकि वे न तो अपनी तलवार के बल से इस देश के अधिकारी हुए, और न अपने बाहुबल से; परन्तु तेरे दहिने हाथ और तेरी भुजा और तेरे प्रसन्न मुख के कारण जयवन्त हुए; क्योंकि तू उनको चाहता था।।
3. For they gat not the lande in possession through their owne sworde: neither was it their owne arme that saued them. (44:4) But thy ryght hande, and thine arme, & the lyght of thy countenaunce: because thou hadst a fauour vnto them.
4. हे परमेश्वर, तू ही हमारा महाराजा है, तू याकूब के उद्धार की आज्ञा देता है।
4. (44:5) Thou art my kyng O Lorde: commaunde that Iacob be saued.
5. तेरे सहारे से हम अपने द्रोहियों को ढकेलकर गिरा देंगे; तेरे नाम के प्रताप से हम अपने विरोधियों को रौंदेंगे।
5. (44:6) Through thee we wyll ouerthrowe our enemies: and in thy name we wyll treade them vnder that ryse vp agaynst vs.
6. क्योंकि मैं अपने धनुष पर भरोसा न रखूंगा, और न अपनी तलवार के बल से बचूगा।
6. (44:7) For I wyll not trust in my bowe: and it is not my sworde that can saue me.
7. परन्तु तू ही ने हम को द्रोहियों से बचाया है, और हमारे बैरियों को निराश और लज्जित किया है।
7. (44:8) But it is thou that sauest vs from our enemies: and thou puttest them to confusion that hate vs.
8. हम परमेश्वर की बड़ाई दिन भर करते रहते हैं, और सदैव तेरे नाम का धन्यवाद करते रहेंगे।।
8. (44:9) We make our boast of God all the day long: and we wyll confesse thy name for euer. Selah.
9. तौभी तू ने अब हम को त्याग दिया और हमारा अनादर किया है, और हमारे दलों के साथ आगे नहीं जाता।
9. (44:10) But nowe thou art farre of, and thou puttest vs to confusion: neither goest thou foorth with our armies.
10. तू हम को शत्रु के साम्हने से हटा देता है, और हमारे बैरी मनमाने लूट मार करते हैं।
10. (44:11) Thou makest vs to turne away backwarde from the enemie: so that they which hate vs, do make vs a spoyle vnto them.
11. तू ने हमें कसाई की भेडों के समान कर दिया है, और हम को अन्य जातियों में तित्तर बित्तर किया है।
11. (44:12) Thou hast delyuered vs as sheepe to be eaten: and thou hast scattered vs among the heathen.
12. तू अपनी प्रजा को सेंतमेंत बेच डालता है, परन्तु उनके मोल से तू धनी नहीं होता।।
12. (44:13) Thou hast solde thy people for naught: and thou hast taken no money for them.
13. तू हमारे पड़ोसियों से हमारी नामधराई कराता है, और हमारे चारों ओर से रहनेवाले हम से हंसी ठट्ठा करते हैं।
13. (44:14) Thou hast made vs a rebuke to our neighbours: to be laughed to scorne and had in derision of them that are rounde about vs.
14. तू हम को अन्यजातियों के बीच में उपमा ठहराता है, और देश देश के लेग हमारे कारण सिर हिलाते हैं। दिन भर हमें तिरस्कार सहना पड़ता है,
14. (44:15) Thou hast made vs [to be] a fable among the heathen: [and to be such] that the people shake their head at vs.
15. और कलंक लगाने और निन्दा करनेवाले के बोल से,
15. (44:16) My confusion is dayly before me, and the shame of my face couereth me:
16. और शत्रु और बदला लेनेवालों के कारण, बुरा- भला कहनेवालों और निन्दा करनेवालों के कारण।
16. for [to heare] the voyce of the slaunderer & blasphemer, and for to see the enemie and the auenger.
17. यह सब कुछ हम पर बीता तौभी हम तुझे नहीं भूले, न तेरी वाचा के विषय विश्वासघात किया है।
17. [And though] all this be come vpon vs: [yet] we do not forget thee, nor shewe our selues to be false in thy couenaunt.
18. हमारे मन न बहके, न हमारे पैर तरी बाट से मुड़े;
18. Our heart is not turned backe, neither our steppes be declined out of thy pathes:
19. तौभी तू ने हमें गीदड़ों के स्थान में पीस डाला, और हम को घोर अन्धकार में छिपा दिया है।।
19. (44:18) no not when thou hast smitten vs in the place of dragons, and couered vs with the shadowe of death.
20. यदि हम अपने परमेश्वर का नाम भूल जाते, वा किसी पराए देवता की ओर अपने हाथ फैलाते,
20. (44:19) If we had forgotten the name of our Lorde, and holden vp our handes to any straunge god:
21. तो क्या परमेश्वर इसका विचार न करता? क्योंकि वह तो मन की गुप्त बातों को जानता है।
21. (44:19) woulde not God searche it out? for he knoweth the very secretes of the heart.
22. परन्तु हम दिन भर तेरे निमित्त मार डाले जाते हैं, और उन भेड़ों के समान समझे जाते हैं जो वध होने पर हैं।।रोमियों 8:36
22. (44:20) For thy sake also are we kylled all the day long: and are counted as sheepe appoynted to be slayne.
23. हे प्रभु, जाग! तू क्यों सोता है? उठ! हम को सदा के लिये त्याग न दे!
23. (44:21) Stirre vp O Lorde, why slepest thou? awake & be not absent from vs for euer:
24. तू क्यों अपना मुंह छिपा लेता है? और हमारा दु:ख और सताया जाना भूल जाता है?
24. (44:21) wherfore hydest thou thy face, and forgettest our miserie and tribulation?
25. हमारा प्राण मिट्टी से लग गया; हमारा पेट भूमि से सट गया है।
25. (44:22) For our soule is brought lowe vnto the dust: our belly cleaueth vnto the grounde.
26. हमारी सहायता के लिये उठ खड़ा हो! और अपनी करूणा के निमित्त हम को छुड़ा ले।।
26. (44:23) Aryse vp thou our ayde, and redeeme vs: for thy louyng kindnesse sake.