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Cross Reference Bible
1. हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी पुकार से और मेरी सहायत करने से क्यों दूर रहता है? मेरा उद्धार कहां है?1 पतरस 1:11, मत्ती 27:46, मरकुस 15:34, मरकुस 9:12, लूका 24:7
1. To the Chanter upon Aieleth of the dawning, a Psalm of David. My God, my God: why hast thou forsaken me? the words of my complaint are far from my health.
2. हे मेरे परमेश्वर, मैं दिन को पुकारता हूं परन्तु तू उत्तर नहीं देता; और रात को भी मैं चुप नहीं रहता।
2. O my God, I cry in the daytime, but thou hearest not: and in the night season also I take no rest.
3. परन्तु हे तू जो इस्राएल की स्तुति के सिहांसन पर विराजमान है, तू तो पवित्रा है।
3. Yet dwellest thou in the sanctuary, O thou worship of Israel.
4. हमारे पुरखा तुझी पर भरोसा रखते थे; वे भरोसा रखते थे, और तू उन्हें छुड़ाता था।
4. Our fathers hoped in thee, they trusted in thee, and thou didst(diddest) deliver them.
5. उन्हों ने तेरी दोहाई दी और तू ने उनको छुड़ाया वे तुझी पर भरोसा रखते थे और कभी लज्जित न हुए।।रोमियों 5:5
5. They called upon thee, and were helped: they put their trust in thee, and were not confounded.
6. परन्तु मैं तो कीड़ा हूं, मनुष्य नहीं; मनुष्यों में मेरी नामधराई है, और लोगों में मेरा अपमान होता है।
6. But as for me, I am a worm and no man: a very scorn of men and the outcast of the people.
7. वह सब जो मुझे देखते हैं मेरा ठट्ठा करते हैं, और ओंठ बिचकाते और यह कहते हुए सिर हिलाते हैं,मत्ती 27:39, मरकुस 15:29, लूका 23:35, मत्ती 26:24, मत्ती 27:43
7. All they that see me, laugh me to scorn: they shoot out their lips, and shake their heads.
8. कि अपने को यहोवा के वश में कर दे वही उसको छुड़ाए, वह उसको उबारे क्योंकि वह उस से प्रसन्न है।मत्ती 27:39, मरकुस 15:29, लूका 23:35, मत्ती 26:24, मत्ती 27:43
8. He trusted in God, let him deliver him: let him help him, if he will have him.
9. परन्तु तू ही ने मुझे गर्भ से निकाला; जब मैं दूधपिउवा बच्च था, तब ही से तू ने मुझे भरोसा रखना सिखलाया।
9. But thou art he that took me out of my mother's womb: thou wast my hope, when I hanged yet upon my mother's breasts.
10. मैं जन्मते ही तुझी पर छोड़ दिया गया, माता के गर्भ ही से तू मेरा ईश्वर है।
10. I have been left unto thee ever since I was born, thou art my God, even from my mother's womb.
11. मुझ से दूर न हो क्योंकि संकट निकट है, और कोई सहायक नहीं।
11. O go not far from me then, for trouble is hard at hand, and here is none to help me.
12. बहुत से सांढ़ों ने मुझे घेर लिया है, बाशान के बलवन्त सांढ़ मेरे चारों ओर मुझे घेरे हुए है।
12. Great bulls are come about me, fat oxen close me in on every side.
13. वह फाड़ने और गरजनेवाले सिंह की नाईं मुझ पर अपना मुंह पसारे हुए है।।
13. They gape upon me with their mouths, as it were a rampaging and roaring lion.
14. मैं जल की नाईं बह गया, और मेरी सब हडि्डयों के जोड़ उखड़ गए: मेरा हृदय मोम हो गया, वह मेरी देह के भीतर पिघल गया।
14. I am poured out like water, all my bones are out of joint: my heart in the middest of my body is even like melting wax.
15. मेरा बल टूट गया, मैं ठीकरा हो गया; और मेरी जीभ मेरे तालू से चिपक गई; और तू मुझे मारकर मिट्टी में मिला देता है।यूहन्ना 19:28
15. My strength is dried up like a potsherd, and my tongue cleaveth to my gums, and thou hast brought me into the dust of death.
16. क्योंकि कुत्तों ने मुझे घेर लिया है; कुकर्मियों की मण्डली मेरी चरों ओर मुझे घेरे हुए है; वह मेरे हाथ और मेरे पैर छेदते हैं।फिलिप्पियों 3:2, मत्ती 26:24, मत्ती 27:35, मरकुस 15:24, लूका 23:34, यूहन्ना 19:24
16. For dogs are come about me, the counsel of the wicked hath laid siege against me.
17. मैं अपनी सब हडि्डयां गिन सकता हूं; वे मुझे देखते और निहारते हैं;
17. They pierced my hands and my feet, I might have told all my bones: as for them, they stood staring and looking upon me.
18. वे मेरे वस्त्रा आपस में बांटते हैं, और मेरे पहिरावे पर चिट्ठी डालते हैं।
18. They have parted my garments among them, and cast lots upon my vesture.
19. परन्तु हे यहोवा तू दूर न रह! हे मेरे सहायक, मेरी सहायता के लिये फुर्ती कर!
19. But be not thou far from me, O LORD: thou art my succour, haste thee to help me.
20. मेरे प्राण को तलवार से बचा, मेरे प्राण को कुत्ते के पंजे से बचा ले!फिलिप्पियों 3:2
20. Deliver my soul from the sword, my dearling from the power of the dog.
21. मुझे सिंह के मुंह से बचा, हां, जंगती सांढ़ों के सींगो में से तू ने मुझे बचा लिया है।।2 तीमुथियुस 4:17
21. Save me from the lion's mouth, and hear me from among the horns of the unicorns.
22. मैं अपन भाइयों के साम्हने तेरे नाम का प्रचार करूंगा; सभा के बीच में तेरी प्रशंसा करूंगा।इब्रानियों 2:11-12
22. So will I declare thy name unto my brethren, in the middest of the congregation will I praise thee.
23. हे यहोवा के डरवैयों उसकी स्तुति करो! हे याकूब के वंश, तुम उसका भय मानो!प्रकाशितवाक्य 19:5
23. O praise the LORD ye that fear him: Magnify him all ye seed of Jacob, and let all the seed of Israel fear him.
24. क्योंकि उस ने दु:खी को तुच्छ नहीं जाना और न उस से घृणा करता है, ओर न उस से अपना मुख छिपाता है; पर जब उस ने उसकी दोहाई दी, तब उसकी सुन ली।।
24. For he hath not despised nor abhorred the miserable estate of the poor: he hath not hid his face from me, but when I called unto him, he heard me.
25. बड़ी सभा में मेरा स्तुति करना तेरी ही ओर से होता है; मैं अपने प्रण को उस से भय रखनेवालों के साम्हने पूरा करूंगा
25. I will praise thee in the great congregation, and perform my vows in the sight of all them that fear thee.
26. नम्र लोग भोजन करके तृप्त होंगे; जो यहोवा के खोजी हैं, वे उसकी स्तुति करेंगे। तुम्हारे प्राण सर्वदा जीवित रहें!
26. The poor shall eat and be satisfied: they that seek after the LORD shall praise him: our heart shall live for ever.
27. पृथ्वी के सब दूर दूर देशों के लोग उसको स्मरण करेंगे और उसकी ओर फिरेंगे; और जाति जाति के सब कुल तेरे साम्हने दण्डवत् करेंगे।
27. All the ends of the world shall remember themselves, and be turned unto the LORD: and all the generations of the Heathen shall worship before him.
28. क्योंकि राज्य यहोवा की का है, और सब जातियों पर वही प्रभुता करता है।।प्रकाशितवाक्य 11:15, प्रकाशितवाक्य 19:6
28. For the kingdom is the LORD's, and he shall be the governour of the Heathen.
29. पृथ्वी के सब हृष्टपुष्ट लोग भोजन करके दण्डवत् करेंगे; वह सब जितने मिट्टी में मिल जाते हैं और अपना अपना प्राण नहीं बचा सकते, वे सब उसी के साम्हने घुटने टेकेंगे।
29. All such as be fat upon earth, shall eat also and worship. All they that lie in the dust, and live so hardly, shall fall down before him.
30. एक वंश उसकी सेवा करेगा; दूसरा पीढ़ी से प्रभु का वर्णन किया जाएगा।
30. The seed shall serve him, and preach of the Lord(LORDE) forever.
31. वह आएंगे और उसके धर्म के कामों को एक वंश पर जो उत्पन्न होगा यह कहकर प्रगट करेंगे कि उस ने ऐसे ऐसे अद्भुत काम किए।।
31. They shall come, and declare his righteousness: unto a people that shall be born, whom the Lord(LORDE) hath made.