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Young's Literal Translation (1898)
Cross Reference Bible
1. तब अरयूब ने कहा,
1. And Job answered and said:
2. तुम कब तक मेरे प्राण को दु:ख देते रहोगे; और बातों से मुझे चूर चूर करोगे?
2. Until when will you torment my soul and break me in pieces with words?
3. इन दसों बार तुम लोग मेरी निन्दा ही करते रहे, तुम्हें लज्जा नहीं आती, कि तुम मेरे साथ कठोरता का बरताव करते हो?
3. This ten times you have shamed me; you are not ashamed that you have wronged me.
4. मान लिया कि मुझ से भूल हुई, तौभी वह भूल तो मेरे ही सिर पर रहेगी।
4. And if indeed I have erred, my error remains with me.
5. यदि तुम सचमुच मेरे विरूद्ध अपनी बड़ाई करते हो और प्रमाण देकर मेरी तिन्दा करते हो,
5. If truly you magnify yourself against me, and plead my misery against me,
6. तो यह जान लो कि ईश्वर ने मुझे गिरा दिया है, और मुझे अपने जाल में फंसा लिया है।
6. know now that God has overthrown me and His net has closed on me.
7. देखो, मैं उपद्रव ! उपद्रव ! यों चिल्लाता रहता हूँ, परन्तु कोई नहीं सुनता; मैं सहायता के लिये दोहाई देता रहता हूँ, परन्तु कोई न्याय नहीं करता।
7. Behold, I cry out, Violence! And I am not answered; I cry aloud, but there is no justice.
8. उस ने मेरे मार्ग को ऐसा रूंधा है कि मैं आगे चल नहीं सकता, और मेरी डगरें अन्धेरी कर दी हैं।
8. He has fenced up my path so that I cannot pass; and He has set darkness on my paths.
9. मेरा विभव उस ने हर लिया है, और मेरे सिर पर से मुकुट उतार दिया है।
9. He has stripped me of my honor, and He has taken the crown from my head.
10. उस ने चारों ओर से मुझे तोड़ दिया, बस मैं जाता रहा, और मेरा आसरा उस ने वृक्ष की नाई उखाड़ डाला है।
10. He has broken me on every side, and I go; and He has uprooted my hope like a tree.
11. उस ने मुझ पर अपना क्रोध भड़काया है और अपने शत्रुओं में मुझे गिनता है।
11. And also His wrath glows against me, and to Himself He counts me as His foe.
12. उसके दल इकट्ठे होकर मेरे विरूद्ध मोर्चा बान्धते हैं, और मेरे डेरे के चारों ओर छावनी डालते हैं।
12. His troops come together and they heap up their way against me; and they camp around my tent.
13. उस ने मेरे भाइयों को मुझ से दूर किया है, और जो मेरी जान पहचान के थे, वे बिलकुल अनजान हो गए हैं।
13. He has put my brothers from me; and ones knowing me are truly alienated from me.
14. मेरे कुटुंबी मुझे छोड़ गए हैं, और जो मुझे जानते थे वह मुझे भूल गए हैं।
14. My near ones have fallen away, and ones knowing me have forgotten me.
15. जो मेरे घर में रहा करते थे, वे, वरन मेरी दासियां भी मुझे अनजाना गिनने लगीं हैं; उनकी दृष्टि में मैं परदेशी हो गया हूँ।
15. The tenants in my house, even my slave-girls, count me as a foreigner; I am an alien in their eyes.
16. जब मैं अपने दास को बुलाता हूँ, तब वह नहीं बोलता; मुझे उस से गिड़गिड़ाना पड़ता है।
16. I called my servant, but he does not answer; I must beg him with my mouth.
17. मेरी सांस मेरी स्त्री को और मेरी गन्ध मेरे भाइयों की दृष्टि में घिनौनी लगती है।
17. My breath is strange to my wife, and I must beg to the sons of my mother's womb.
18. लड़के भी मुझे तुच्छ जानते हैं; और जब मैं उठने लगता, तब वे मेरे विरूद्ध बोलते हैं।
18. Even young children despise me; I rise, and they speak against me.
19. मेरे सब परम मित्रा मुझ से द्वेष रखते हैं, और जिन से मैं ने प्रेम किया सो पलटकर मेरे विरोधी हो गए हैं।
19. All the men of my counsel detest me; even this one I loved has turned against me.
20. मेरी खाल और मांस मेरी हडि्डयों से सट गए हैं, और मैं बाल बाल बच गया हूं।
20. My bone clings on my skin and on my flesh; and I have escaped by the skin of my teeth.
21. हे मेरे मित्रो ! मुझ पर दया करो, दया, क्योंकि ईश्वर ने मुझे मारा है।
21. Pity me! Pity me, you my friends! For the hand of God has touched me.
22. तुम ईश्वर की नाई क्यों मेरे पीछे पड़े हो? और मेरे मांस से क्यों तृप्त नहीं हुए?
22. Why do you pursue me, as God does, and are not satisfied with my flesh?
23. भला होता, कि मेरी बातें लिखी जातीं; भला होता, कि वे पुस्तक में लिखी जातीं,
23. Oh that my words were now written! Oh that they were engraved in a book!
24. और लोहे की टांकी और शीशे से वे सदा के लिये चट्टान पर खोदी जातीं।
24. Oh that they were cut with an iron pen and lead in the rock forever!
25. मुझे तो निश्चय है, कि मेरा छुड़ानेवाला जीवित है, और वह अन्त में पृथ्वी पर खड़ा होगा।1 यूहन्ना 2:28, 1 यूहन्ना 3:2
25. For I know my Redeemer is living, and He shall rise on the earth at the last;
26. और अपनी खाल के इस प्रकार नाश हो जाने के बाद भी, मैं शरीर में होकर ईश्वर का दर्शन पाऊंगा।यूहन्ना 19:30
26. and after my skin has been struck off from my flesh, yet this, I shall see God,
27. उसका दर्शन मैं आप अपनी आंखों से अपने लिये करूंगा, और न कोई दूसरा। यद्यपि मेरा हृदय अन्दर ही अन्दर चूर चूर भी हो जाए,यूहन्ना 19:30
27. whom I shall see for myself, and my eyes shall behold, and no stranger; though my reins be exhausted in my bosom.
28. तौभी मुझ में तो धर्म का मूल पाया जाता है ! और तुम जो कहते हो हम इसको क्योंकर सताएं !
28. For you may say, Why do we persecute him? And the root of the matter is found in me.
29. तो तुम तलवार से डरो, क्योंकि जलजलाहट से तलवार का दणड मिलता है, जिस से तुम जान लो कि न्याय होता है।
29. Fear for yourselves because of the sword; for fury brings punishments of the sword, that you may know there is a judgment.