8. और सरकारी जंगल के रखवाले आसाप के लिये भी इस आशय की चिट्ठी मुझे दी जाए ताकि वह मुझे भवन से लगे हुए राजगढ़ की कड़ियों के लिये, और शहरपनाह के, और उस घर के लिये, जिस में मैं जाकर रहूंगा, लकड़ी दे। मेरे परमेश्वर की कृपादृष्टि मुझ पर थी, इसलिये राजा ने यह बिनती ग्रहण किया।
8. Send a letter with me for Asaph, the keeper of the king's trees, that he may give me cut trees. These will be for making heavy wood pieces for the gates of the strong place by the house of God, and for the city wall, and for the house where I will stay.' And the king gave me what I asked for, because the good hand of my God was upon me.