44. उसी दिन खज़ानों के, उठाई हुई भेंटों के, पहिली पहिली उपज के, और दशमांशों की कोठरियों के अधिकारी ठहराए गए, कि उन में नगर नगर के खेतों के अनुसार उन वस्तुओं को जमा करें, जो व्यवस्था के अनुसार याजकों और लेवियों के भाग में की थी; क्योंकि यहूदी उपस्थ्ति याजकों और लेवियों के कारण आनन्दित थे।
44. And there were sot in charge, on that day, certain men, over the chambers for the treasures, for the heave-offerings, for the firstfruits, and for the tithes, to gather into them, out of the fields of the cities, the portions appointed by the law, for the priests, and for the Levites, for, the joy of Judah, was over the priests and over the Levites, who were remaining.